बिहार के चर्चित सेक्स रैकेटकांड में आरजेडी विधायक अरुण यादव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. पीड़िता की ओर से दूसरी बार कोर्ट में दिए गए 164 के कलम बंद बयान में नाम आने के बाद से अरुण यादव फरार हो गए हैं और पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रही है. भोजपुर पुलिस ने पास्को कोर्ट में एडीजे-1 आरके सिंह के यहां फरार विधायक अरुण यादव के घर इश्तेहार चस्पा करने की भी इजाजत मांगी थी. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस अब विधायक के आवास पर इश्तेहार की नोटिस चस्पा कर दिया है. इस मामले में भोजपुर पुलिस कप्तान सुशील कुमार ने बताया कि इस मामले में पुलिस पूरी तत्परता के साथ काम कर रही है. आपको बता दें कि आरा की रहने वाली नाबालिग का सोशल मीडिया पर आपबीती का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पीड़िता का फिर से दोबारा कोर्ट में 164 का कलम बंद ब्यान दर्ज कराया है. जहां माना यह जा रहा है कि पीड़िता ने आरजेडी विधायक अरुण यादव का नाम अपने साथ गलत काम करने में लिया है.
नाबालिग बच्ची से यौन शोषण के मामले में RJD विधायक अरुण यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी
इसके पहले भी नाबालिग ने विधायक और एक इंजीनियर की संलिप्तता होने की बात पुलिस और कोर्ट के समक्ष अपने बयान में दिया था. लेकिन उस वक्त यह साफ नहीं हो सका था कि आखिरकार विधायक कौन हैं और किस पार्टी से हैं. जिसके बाद भोजपुर पुलिस ने सेक्स रैकेट की संचालिका अनीता देवी, बच्ची के साथ गलत काम करने वाले इंजीनियर अमरेश कुमार, दलाल संजीत और सेक्स रैकेट का संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मामला कुछ दिनों तक शांत पड़ चुका था लेकिन जैसे ही सेक्स रैकेट की दलदल में फंसी नबालिग की आपबीती का एक विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा तो इसकी जद में विधायक अरुण भी आ गए. बच्ची ने वायरल वीडियो में विधायक कौन हैं और उसके साथ कहां कब गलत काम किया इस सबका पोल खोल कर रख दिया. पीड़िता ने इतना ही नहीं पुलिस पर भी केस को रफा-दफा करने का संगीन आरोप लगाया. वायरल विडियो पर पटना महिला विकास मंच ने संज्ञान लेते हुए आरा पहुंचकर पीड़िता से मुलाकात की और पूरे केस की जानकारी नगर थाना में जाकर लिया. जिसके बाद से पुलिस फिर से हरकत में आकर नबालिग का दोबारा 164 का कलम बंद बयान दर्ज कराया साथ ही 13 सितंबर को आरोपी विधायक के खिलाफ कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी किया गया.
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बहरहाल सेक्स रैकेट कांड की घटनाक्रम पर एक नजर
18 जुलाई 2019 :- पटना के सेक्स रैकेट संचालकों के चंगुल से भागकर नाबालिग किशोरी आरा पहुंची थी. जिसके बाद आरा टाउन थाना पुलिस ने संचालिका अनीता एवं उसके सहयोगी संजीत उर्फ सोनू उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया गया.
19 जुलाई 2019 :- टाउन थाना पुलिस ने यौन शोषण की शिकार नाबालिग किशोरी के भाई के बयान पर केस दर्ज किया था. उसी दिन सदर अस्पताल,आरा नाबालिग का मेडिकल जांच कराया गया था.
20 जुलाई 2019:- सेक्स रैकेट कांड की पीड़ित बच्ची का आरा कोर्ट में 164 के तहत पहली बार बयान दर्ज कराया गया था. इसके बाद गिरफ्तार संचालिका अनीता तथा उसके सहयोगी संजीत को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. इस दौरान पुलिस ने 161 के तहत बयान भी अंकित किया था. जिसमें संचालक संजय उर्फ जीजा, इंजीनियर एवं केवल एक विधायक का नाम आया था.
23 जुलाई 2019 :- पीड़ित किशोरी को सुरक्षा गार्ड मुहैया कराया गया था. एक महिला एवं एक पुरूष गार्ड की आवास पर तैनाती की गई.
24 जुलाई 2019:- सेक्स रैकेट कांड मामले में पटना से जांच के लिए महिला डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम आई थी. पीड़ित बच्ची से पूछताछ कर कई बिंदुओं पर साक्ष्य एकत्रित करने का प्रयास किया था.
25 जुलाई 2019 :- आरा जेल में बंद संचालिका अनीता एवं उसके सहयोगी संजीत को पूछताछ के लिए चार दिनों के रिमांड पर लिया गया था. इस दौरान भोजपुर एसपी ने केस के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का भी गठन किया था.
26 जुलाई 2019 :- एसआईटी की टीम ने पटना से संदेह के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया. लेकिन असली के बदले नकली जीजा पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. जिन्हें बाद में पूछताछ के बाद छोड़ना पड़ा.
29 जुलाई 2019 :- सेक्स रैकेट कांड में एसआईटी की टीम ने हाजीपुर में छापेमारी कर वांछित मनरेगा के अभियंता अमरेश कुमार सिंह को गिरफ्तार किया. अभियंता ने किशोरी के आवास पर आने की बात स्वीकारी थी. लेकिन, यौन शोषण से इंकार किया था.
30 जुलाई 2019 :- सेक्स रैकेट कांड में एसआईटी की टीम ने ने कैमूर के भभुआ स्थित एक होटल में छापेमारी कर मुख्य संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई थी कि पुलिस से बचने के लिए वह घूम-घूमकर दवाएं बेचता था.
01 सितंबर 2019 :- पीड़ित बच्ची ने नागरी प्रचारिणी में केन्द्रीय मंत्री से मिलने का भी प्रयास किया था. उस दिन किसी ने उसका एक वीडियो भी बनाया गया था जो बाद में वायरल हो गया था.
06 सितंबर 2019:- पटना से महिला विकास मंच की चार सदस्यी टीम आरा आई थी. थाना के आईओ से पूछताछ की. पीड़ित बच्ची के घर गई थी. इसके बाद उसी दिन आरा कोर्ट में पीड़िता का दुबारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया था. जिसमें उसने आरजेडी विधायक का नाम लिया.
09 सितंबर 2019 :- टाउन थाना पुलिस ने आरा कोर्ट से पीड़ित बच्ची के दुबारा बयान का कॉपी बंद लिफाफा में प्राप्त किया. इसके बाद सीलबंद लिफाफा को ले जाकर सीधे भोजपुर एसपी को सौंपा गया.
13 सितम्बर 2019:- पीड़िता के दोबारा 164 के बयान के बाद राजद विधायक के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया गया था,इससे पूर्व केस के आई ओ ने राजद विधायक के विरुद्ध साक्ष्य दिखाते हुए अपडेट डायरी समर्पित किया ।
16 सितम्बर 2019:- सेक्स रैकेट मामले में फरार चल रहे आरोपी विधायक पर कोर्ट ने इश्तेहार जारी किया,जिसका विधायक के घर पर तामिल किया गया.