मौका था बिहार के रोहतास में पीएम मोदी की मेगा रैली का. इस मौके पर उनके साथ मंच पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे. साथ उनकी कैबिनेट और एनडीए के अन्य घटक दलों के नेता भी मंच पर दिखे. रैली स्थान पर पहुंचते ही पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के बीच गजब की केमिस्ट्री भी दिखी. मंच पर दोनों नेता एक दूसरे से कई मुद्दों पर चर्चा करते दिखे. इस दौरान सीएम नीतीश पीएम मोदी के सामने हाथ जोड़े और किसी मुद्दे पर अपनी बात रखते दिखे. पीएम मोदी ने सीएम नीतीश कुमार को बराबर सुना और उनसे अपनी बात साझा की.
इस रैली के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की योजनाओं से बिहार को बेहद फायदा हुआ है. 2005 से पहले बिहार की हालत जो थी वो आपको तो पता ही है. पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बिहार में जबरदस्त विकास हुआ है. हमसे पहले की सरकारों ने बिहार में कोई विकास कार्य नहीं किया है.
नीतीश कुमार ने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि पीएम मोदी ने बिहार के विकास के लिए जो कुछ किया है उसके लिए आप सभी को खड़े होकर उनका धन्यवाद करना चाहिए. नीतीश कुमार के इतना कहते ही रैली स्थल पर मौजूद समर्थक मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे और खड़े होकर उन्होंने पीएम का धन्यवाद किया.
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि गठबंधन सरकार से पहले के हालात का जिक्र करते हुए हुए कहा कि एक समय था, जब बिहार में नक्सल प्रभावी गांवों में ना तो अस्पताल होता था ना मोबाइल टॉवर. कभी स्कूल जलाए जाते थे. कभी सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था. इन लोगों का बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं है. नीतीश जी ने उन परिस्थितियों में भी यहां विकास की पूरी कोशिश की. 2014 के बाद से हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया. आज हालात यहां पूरी तरह से बदले हुए है, जो दिखाई देता है. हम युवाओं को मुख्यधारा में लेकर आए हैं.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने की तारीख तय कर दी है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की. हमने युवाओं को विकास की मुख्य धारा में भी लेकर आए. 11 सालों की प्रतिज्ञा का फल देश को मिलना शुरू हुआ है. 2014 से पहले देश में सवा सौ से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे. अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं.
अब सरकार सड़क भी दे रही है रोजगार भी दे रही है. वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा. शांति सुरक्षा शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे. साथियों सुरक्षा व शांति आती है. तभी विकास के नए रास्ते खुलते हैं. यहां नीतीश जी के नेतृत्व में जब जंगल राज वाली सरकार की विदाई हुई, तो बिहार भी प्रगति के मार्ग के आगे बढ़ने लगे. टूटे हाईवे, खराब रेलवे, गिनी चुनी फ्लाइट कनेक्टिविटी. वो डर और वो दौर अब इतिहास बन चुका है.