टीन शेड से शुरू हुआ बिजनेस आज बना जिले की पहचान...  कटिहार के इस युवा ने बताया कैसे चला 'मोदी मखाना' का मैजिक

'मोदी मखाना' के शुरू हुए अब पांच साल हो गया है. इन पांच सालों में इस ब्रैंड ने कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के चरखी गांव से निकल दुनिया के कई देशों तक पहुंच बढ़ाई है.

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पीएम मोदी के जन्मदिन पर ही हुई थी 'मोदी मखाना' की शुरुआत
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  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 75वें जन्मदिन पर देश और विदेश से शुभकामनाएं प्राप्त कर रहे हैं
  • कटिहार के मोहम्मद गुल्फराज ने मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित होकर मोदी मखाना ब्रांड शुरू किया
  • मोदी मखाना की शुरुआत पांच साल पहले टीन शेड के एक छोटे से कमरे से हुई थी और अब यह अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है
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कटिहार:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास मौके पर पीएम मोदी को दुनियाभर से शुभकामनाएं मिल रही है. देश के अलग-अलग राज्यों में भी उनके इस जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए कई खास आयोजन किए गए हैं. पीएम मोदी को चाहने वाले इस खास मौके पर उन तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरह की चीजें करते हैं. बिहार के कटिहार के एक शख्स ने पीएम मोदी के जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए 'मोदी मखाना' नाम के अपने ब्रैंड की शुरुआत की. इस शख्स का नाम मोहम्मद गुल्फराज है. वो पीएम मोदी और उनके आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल, जैसी मुहिम से खासे प्रेरित थे. उनके इन्हीं मुहिम से प्रभावित होकर गुल्फराज ने 17 सितंबर 2020 को अपने मखाना ब्रैंड की शुरुआत की. 

दुनिया के कई देशों तक पहुंचा 'मोदी मखाना'

'मोदी मखाना' के शुरू हुए अब पांच साल हो गया है. इन पांच सालों में इस ब्रैंड ने कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के चरखी गांव से निकल कर दुनिया के कई देशों में अपनी अलग पहचान बनाई है. आज इस ब्रैंड के मखाने की मांग लगातार बढ़ रही है. इस ब्रैंड की पहचान सीमांचल से लेकर देश के अलग-अलग राज्यों तक भी पहुंच चुकी है. 

टीन शेड से शुरू हुआ था कारोबार

'मोदी मखाना' की शुरुआत करने वाले मोहम्मद गुल्फराज ने बताया कि उन्होंने इस कारोबार की शुरुआत पांच साल पहले एक टीन शेड से की थी. लेकिन बीते पांच साल में अब मोदी मखाना सीमांचल का एक बड़ा ब्रांड बन चुका है. आज ये ब्रांड बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मुहैया करा रहा है. स्थानीय लोग अब यहां नौकरी कर रहे हैं, इस वजह से अब यहां से मखाना मजदूरों का पलायन भी रुक गया है. जिस समय इस ब्रैंड को शुरू किया गया उस समय इसकी शुरुआत टीन शेड के एक छोटे से कमरे से की गई थी. लेकिन अब ये बड़ा रूप ले चुका है. 

कॉलेज का सपने को कुछ यूं किया पूरा

NDTV से खास बातचीत में मोदी मखाना के सीईओ मोहम्मद गुल्फराज ने बताया कि जब हम कॉलेज के दिनों से ही जबरा फैन रहा हूं. खास तौर पर आत्मनिर्भर भारत और लोकल फॉर वोकल की उनकी मुहिम ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया है.2019 में जब चुनाव के समय मोदी जी बिहार आए तो उन्होंने यहा मखाना पर विशेष तौर पर ध्यान दिया. उन्होंने इस सेक्टर को और बढ़ाने के लिए कई अहम घोषणाएं भी की.

उन्होंने कहा कि उनके (पीएम मोदी) विजन ने हमे काफी प्रेरित किया है. मोदी जी के विजन से प्रेरित होकर ही हमने 'मोदी मखाना' की शुरुआत 17 सितंबर 2020 में किया. शुरुआत में मैंने इस काम को एक टीन सेड से इसकी शुरुआत की थी. आज हम मोदी मखाना के माध्यम से कई लोगों को रोजगार भी दे पा रहे हैं. आज जब हमारा पांच साल पूरा होने जा रहा है तो हमने इस खास मौके पर पीएमओ को एक हैंपर भेज रहे हैं. 

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