- बिहार में पहले फेज के 121 सीटों पर 64.69 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन है
- पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की 73 सीटों में से 24 सीटों पर मतदान प्रतिशत में 10 से 15% की वृद्धि देखी गई है
- 2020 के मुकाबले पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की चार सीटों पर मतदान टर्नआउट में एक से पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई
बिहार में पहले फेज में 121 सीटों पर बंपर मतदान हुआ है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पहले फेज में 64.69% वोटिंग हुई है. वहीं, अगर पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग सीटों की बात करें तो वहां भी वोटिंग पर्सेंट में बढ़ोतरी देखी गई है. 2020 से 2025 तक आंकड़े बताते हैं कि पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग (OBC+EBC) की 73 में से चार सीटों पर वोटिंग टर्नआउट 1 से 5% बढ़ा है. वहीं, OBC+EBC की 24 ऐसी सीटें हैं जहां टर्नआउट 10 से 15 % है.
यहां देखिए
OBC+EBC Seats (where Pop is >50%) | ||
Turnout Change from 2020 to 2025 | ||
Turnout Range | 1-5% | 4 |
5-7.5% | 17 | |
7.5-10.0 | 28 | |
10-15.0% | 24 | |
Total | 73 | |
वहीं 2020 में OBC+EBC की 73 सीटों का आंकलन करें तो समझ आता है कि महागठबंधन को 38 सीटों पर जीत मिली थी. आरजेडी को 30, कांग्रेस को 3, सीपीआई 1, सीपीआईएमएल 3, सीपीएम 1 सीट मिली है.
एनडीए का आंकड़ा देखें तो इस गठबंधन को 34 सीटें मिलीं थी. इसमें बीजेपी को 17, जेडीयू को 16 और वीआईपी की 1 सीट थी. बता दें कि 2020 में मुकेश सहनी की वीआईपी एनडीए के साथ थी. वहीं, चिराग पासवान की लोजपा ने अकेले चुनाव लड़ा था, उन्हें 1 सीट मिली थी.
Result on OBC+EBC Seats | |
NDA | 34 |
BJP | 17 |
JDU | 16 |
VIP | 1 |
MGB | 38 |
RJD | 30 |
Cong | 3 |
CPI | 1 |
CPIML | 3 |
CPM | 1 |
LJP | 1 |
Total | 73 |














