नक्सलियों की क्रूरता : बिहार में एक ही परिवार के 4 लोगों को फांसी पर लटकाया, बम लगा उड़ाया घर

बिहार के गया जिले में नक्सलियों ने क्रूर घटना को अंजाम दिया. नक्सलियों ने एक ही परिवार के 4 लोगों को फांसी पर लटका मार दिया. यही नहीं उनके घर को भी बम से उड़ा दिया.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
गया में नक्सलियों ने की चार लोगों की हत्या
गया:

बिहार के गया जिले में नक्सलियों ने क्रूर और दिलदहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया. नक्सलियों ने यहां एक ही परिवार के चार लोगों को फांसी पर लटका कर मार दिया. नक्सलियों ने उनके घर को भी बम रखकर उड़ा दिया. नक्सलियों ने इस क्रूर वारदात को अंजाम देने के बाद पर्चा भी छोड़ा. यह घटना शनिवार की बताई जा रही है. मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची है. पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. 

गया ज़िले के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव निवासी सरजू सिंह भोक्ता के घर को नक्सलियों ने देर रात बम लगाकर उड़ा दिया. सरजू भोक्ता के दो बेटे सतेंदर सिंह भोक्ता और महेन्दर सिंह भोक्ता तथा उनकी पत्नियों को फांसी पर लटका दिया. 

घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने पर्चा भी चिपकाया. पर्चे में कहा गया कि षड्यंत्र के तहत 4 नक्सलियों को पूर्व में ज़हरखुरानी कर मरवाया गया था. वे एनकाउंटर में नहीं मारे गए थे. षड्यंत्र व जहर खिलाकर अर्धसैनिक बल के कोबरा टीम द्वारा हत्या करवाने वालों को फांसी दी. 

READ ALSO: गढ़चिरौली मुठभेड़ में खूंखार नक्सली कमांडर तेलतुंबड़े मारा गया, सिर पर था 50 लाख का इनाम

नक्सलियों ने पर्चे में अपने चार साथियों-अमरेश कुमार, सीता कुमार, शिवपूजन कुमार और उदय कुमार- के मारे जाने का जिक्र किया है.

गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव में पुलिस ने एनकाउंटर में 4 नक्सलियों को मार गिराया था. उक्त घटना को नक्सलियों के अन्य नेताओं ने फर्जी बताया था. नक्सली नेताओं का कहना था कि जिस घर में नक्सली ठहरे थे, उस घर के लोगों ने पुलिस से मिलकर पहले खाने में जहर देकर चारों को मार दिया और फिर पुलिस को बुलाकर झूठा एनकाउंटर करवाया. इसी के विरोध में बीती रात की घटना को अंजाम दिया गया है.

वीडियो: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 26 नक्सली मार गिराए, 3 जवान भी घायल

Featured Video Of The Day
Maharashtra Politics: फडणवीस CM बनते हैं तो फिर एकनाथ शिंदे क्या करेंगे? | City Center
Topics mentioned in this article