बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव रविवार को अपने 'कार्यकर्ता दर्शन और संवाद यात्रा' के क्रम में भागलपुर पहुंचे. उन्होंने जिला स्तर से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और संवाद किया.
भागलपुर में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह कार्यकर्ताओं से मिलकर उनसे संवाद कर संगठन की कमियों को जानने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान क्षेत्र की समस्याओं को भी समझ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 19 जिलों में उनकी यात्रा पहुंच चुकी है. सभी जानकारी प्राप्त कर जनता को बताएंगे कि वह उनके लिए क्या करेंगे.
भागलपुर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अब उनके पास कोई विजन नहीं रहा. राजद नेता ने कहा, "वह अब थक चुके हैं. रिटायर्ड अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री बिहार चला रहे हैं. हर महत्वपूर्ण जगह पर रिटायर्ड अधिकारियों को बैठा दिया जाता है. जो काबिल अधिकारी हैं, उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है."
उन्होंने यहां तक कहा कि स्थिति यह है कि कई चीजों की जानकारी भी मुख्यमंत्री को नहीं दी जाती है. मुख्यमंत्री भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप रहते हैं. उन्होंने इस दौरान महागठबंधन के 17 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि उस दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए. पांच लाख लोगों को नौकरियां दी गईं और जातीय जनगणना कराई गई.
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद महिलाओं को 2,500 रुपये प्रतिमाह देने के वादा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं को समृद्ध बनाया जाएगा.
स्मार्ट मीटर को लेकर भी उन्होंने सरकार पर सियासी हमला बोला. तेजस्वी यादव ने कहा कि आज बिहार में बिजली सबसे महंगी मिल रही है. स्मार्ट मीटर से लोग परेशान हैं. अनाप-शनाप बिल आ रहा है. हमारी सरकार 200 यूनिट मुफ्त बिजली देगी. इस दौरान उन्होंने परीक्षाओं में पेपर लीक मामले को लेकर भी सरकार को घेरा.