- जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर दी प्रतिक्रिया
- उदय सिंह ने दावा किया कि चुनाव में कैश ट्रांसफर के जरिए वोट खरीदे गए जिससे बिहार की अर्थव्यवस्था पर असर
- उदय सिंह ने कहा कि राजद के डर से जन सुराज के वोटर एनडीए की ओर चले गए और पार्टी को उम्मीद से कम वोट मिले
बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज के खराब प्रदर्शन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सबसे पहले बिहार की जनता को धन्यवाद देते हुए एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने पर शुभकामनाएं दीं, साथ ही आरोप लगाया कि यह बहुमत खरीदा गया है. उदय सिंह ने दावा किया कि चुनाव के दौरान जनता के पैसे का दुरुपयोग हुआ और करीब कैश ट्रांसफर के जरिए वोट खरीदे गए. उन्होंने कहा कि इस खर्च से बिहार की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ पड़ा है और शिक्षा, स्वास्थ्य व इंफ्रास्ट्रक्चर पर असर पड़ेगा.
डर से हमारे वोट एनडीए में शिफ्ट
इसके साथ ही जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि राजद के आने के डर से हमारे वोटर NDA की तरफ चले गए. हमें 15% वोट आते लेकिन 4% से कम आए. हम अपने आप से भी पूछ रहे हैं कि हमें इतने कम वोट कैसे आए? दिल्ली ब्लास्ट की वजह से सीमांचल में ध्रुवीकरण में हुआ. प्रशांत जी ने जब 25 सीटों की भविष्यवाणी की थी, तब जदयू की यही स्थिति थी. उसके बाद खजाना खोला गया. इन पैसों की वजह से जदयू को ज्यादा सीटें आईं. मैं नहीं मानता कि उन्होंने कोई गलत बात की थी.
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साफ-सुथरी सरकार की मांग
उदय सिंह ने एनडीए से मांग की कि नई सरकार में भ्रष्ट और दागी मंत्रियों को जगह न दी जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार ने पलायन रोकने और रोजगार सृजन की बात की है, इसलिए इन वादों को हर हाल में तुरंत लागू किया जाए. जन सुराज ने स्पष्ट किया कि पार्टी विधानसभा में न होने के बावजूद एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी और सरकार के हर कदम पर नजर रखेगी.
हार के कारणों पर उदय सिंह का विश्लेषण
उदय सिंह ने स्वीकार किया कि जन सुराज को 4% से कम वोट मिले, जबकि उम्मीद 15% से अधिक की थी. उन्होंने कहा कि अंतिम दिनों में राजद के आने के डर से उनके वोट एनडीए की तरफ शिफ्ट हो गए. सीमांचल में बम ब्लास्ट का भी असर पड़ा और ध्रुवीकरण बढ़ा. उन्होंने कहा कि पार्टी निराश है, लेकिन हताश नहीं और भ्रष्टाचार व नाकामियों को उजागर करने का सिलसिला जारी रहेगा.
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