शादी के एक दिन पहले शराब पार्टी, दोस्तों ने प्रेमिका की याद दिला दी... फिर सुजीत ने छोड़ दी दुनिया

समस्तीपुर में शादी के दिन ही दूल्हे की संदिग्ध मौत से खुशियों का माहौल मातम में बदल गया. हल्दी-मेहंदी की रस्मों के बाद सोने गया दूल्हा सुबह बेसुध मिला और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना से पूरे गांव में सन्नाटा है, जबकि पुलिस आत्महत्या या साजिश की आशंका पर जांच कर रही है.

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समस्तीपुर:

बिहार के समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत महथी दक्षिण पंचायत के सिरसी वार्ड-5 में उस समय चीख-पुकार मच गई, जब शादी के दिन ही दूल्हे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जहां घर में शहनाई बजनी थी, वहीं कुछ ही घंटों में मातम छा गया. मृतक की पहचान सिरसी गांव निवासी शिवशंकर महतो के 28 वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार के रूप में की गई है. सुजीत की बारात गुरुवार को कर्पूरीग्राम थाना क्षेत्र के ताजपुर बेला गांव जाने वाली थी, लेकिन बारात निकलने से पहले ही पूरे परिवार की खुशियाँ गहरे दुख में बदल गईं.

घरवालों ने क्या बताया

परिजनों के मुताबिक 30 नवंबर से ही शादी से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम चल रहे थे. 30 नवंबर को सत्यनारायण भगवान की पूजा और दो बच्चों का मुंडन संस्कार हुआ था. 1 दिसंबर को घृतढ़ारी, मटकोर और गृह देवता की पूजा संपन्न हुई. 3 दिसंबर की रात हल्दी और मेहंदी की रस्म बड़े धूमधाम से निभाई गई. रस्म के बाद सुजीत खाना खाकर सोने चला गया था. गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे, जब पैनकट्टी और लावा भुंजने की परंपरागत रस्म के लिए परिवार वाले उसे जगाने पहुंचे, तो वह बेसुध अवस्था में मिला. तत्काल उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया.

शादी के दिन ही मौत

इसके बाद दलसिंहसराय के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शादी के ही दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अचानक हुई इस मौत से पूरे गांव व परिवार में मातम पसर गया. मृतक की मां तारा देवी, बड़े भाई सुमित कुमार और बहन पूजा कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. लोग अविश्वास के साथ यही कहते दिखे कि जिस घर से आज बारात निकलनी थी, वहां अब चिता की आग जली है. ग्रामीणों और परिजनों ने नम आंखों से सुजीत का अंतिम संस्कार कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है.

आत्महत्या या साजिश

शादी के एक रात पहले सुजीत अपने दोस्तों के साथ खाने पीने बैठा. इस दौरान शराब भी चलने की बात कही गई. इसी दौरान किसी ने उसे उसकी प्रेमिका की याद दिला दी. इससे वह बेचैन हो उठा और शराब में कुछ जहरीली पर्दाथ मिलाकर पी ली. इससे उसकी तबीयत बिगड़ी और कुछ ही समय में मौत हो गई. बताया जाता है कि दो साल पहले आलमपुर कोदरिया गांव में हुई रमेश हत्याकांड का आरोपी सुजीत ने न्यायालय में सरेंडर किया था और बेल मिलने तक जेल काटने के बाद एक माह पूर्व ही बाहर निकला था.

आखिर क्या है मामला

सूत्रों के मुताबिक सुजीत का इस शादी से इंकार था. मगर, दबाव में उसने हामी भर दी थी. वहीं ग्रामीण भी घटना से भौंचक हो उठे. कुछ लोग इसे किसी के द्वारा बनाए गए दबाव के बाद का उठाया गया कदम तो कोई अपने कर्म का किया फल भुगतना कह रहा है. नाम नहीं छापने की शर्त पर परिचित कहते हैं कि सुजीत ने पहले शराब का धंधा, फिर अवारागर्दी की, उसके बाद गलत काम का विरोध करने वाले रमेश की हत्या में आरोपित होने के बाद घरेलू कारणों के चलते अपने कर्मों का फल भुगत दुनियां को अलविदा कहने को मजबूर हुआ.

इधर, लड़की वाले के घर भी सभी तरह की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई थी, घर में टेंट पंडाल आदि लगा था. गाने बजाने का कार्यक्रम चल रहा था. इसी बीच दुल्हे की मौत की सूचना अचानक से सभी सन्न रह गए.

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(NDTV के लिए अविनाश कुमार की रिपोर्ट)

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