मेरे समर्थक चाहते हैं कि मैं सीएम बनूं, तो इसमें गलत क्या है? NDTV से बोले चिराग पासवान

चिराग पासवान ने कहा कि सीटों की संख्या को सार्वजनिक मंच पर बताना गठबंधन धर्म के खिलाफ होगा. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके मन में सीटों की संख्या तय है.

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  • चिराग पासवान ने कहा कि हर कार्यकर्ता को अपने नेता को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनाने की आकांक्षा रखनी चाहिए.
  • उन्होंने रामविलास पासवान का उदाहरण देते हुए बताया कि वे खुद चाहते थे कि उनके पिता बिहार के सीएम बनें.
  • चिराग ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाले गठबंधन की प्राथमिकता पर जोर दिया.
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एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में चिराग पासवान ने बिहार चुनाव को लेकर खुलकर बातचीत की. इस दौरान उनके समर्थकों की तरफ से बार-बार उन्हें सीएम फेस बताने के पीछे की मंशा पर सवाल पूछे जाने पर सीधे कहा कि इसमें गलत क्या है. हर कार्यकर्ता को ऐसी भावना रखनी ही चाहिए. 

रामविलास पासवान का दिया उदाहरण

चिराग पासवान ने कहा कि वो खुद चाहते थे कि उनके पिता रामविलास पासवान बिहार के मुख्यमंत्री बनें और इससे भी ऊपर देश के प्रधानमंत्री बनें. हर कार्यकर्ता की ये चाहत होनी चाहिए और ये स्वाभाविक है. अगर ये चाहत नहीं है तो उस नेता को सोचना चाहिए कि मेरे दल के लोग मेरे बारे में ये महत्वकांक्षाएं क्यों नहीं रखते हैं. और ये मैं छोटे-बड़े हर दल और संगठन की बात कर रहा हूं. इस भावना का मैं सम्मान करता हूं. 

नीतीश कुमार पर चिराग पासवान

हां, जब आप गठबंधन में होते हैं तो आपको गठबंधन की सोच को प्राथमिकता देने की जरूरत है. आज की तारीख में मैं नहीं समझता कि इन सवालों के कोई मायने हैं. जब गठबंधन ने ये तय कर लिया है कि हमलोग मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही हमलोग चुनाव लड़ेंगे. तो ऐसे में मैं उन लोगों की भावनाओं को सम्मान करता हूं, जो मेरे बारे में ऐसी सोच रखते हैं. मगर, जब ये वैकेंसी ही खाली नहीं है तो इस पर चर्चा के कोई मायने नहीं हैं.   

NDA में सीट बंटवारे पर क्या है स्थिति?

चिराग ने कहा कि सीटों की संख्या को सार्वजनिक मंच पर बताना गठबंधन धर्म के खिलाफ होगा. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके मन में सीटों की संख्या तय है. उन्होंने कहा कि मेरे पास जातीय आधार से आगे बढ़कर पूरे बिहार में प्रभाव है. मैं किसी भी विधानसभा सीट पर असर डाल सकता हूं.

नमक की तरह हमारी पार्टी: चिराग पासवान

चिराग ने कहा कि प्रधानमंत्री मेरे साथ हैं, यही मेरे लिए सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव में जीत का श्रेय पीएम मोदी के करिश्मे को जाता है, लेकिन यह भी जोड़ा कि हर सहयोगी दल की भूमिका अहम रही. उन्होंने खुद को 'सब्ज़ी में नमक' की तरह बताया और कहा कि वह हर विधानसभा सीट पर वोट को प्रभावित कर सकते हैं.