एसआईटी ने 24 फरवरी को सुधीर तथा उसके चार रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया था
पटना:
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले के आरोपी और बीएसएससी अध्यक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सुधीर कुमार को शुक्रवार को बिहार सरकार ने निलंबित कर दिया. बिहार राज्य सामान्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार बीएसएससी के अध्यक्ष सुधीर कुमार को निलंबित कर दिया गया है. सुधीर 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.
उल्लेखनीय है कि बिहार आईएएस एसोसिएशन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का लगातार विरोध कर रही है. एसोसिएशन के अनुसार, सुधीर एक ईमानदार अधिकारी हैं, इन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है. एसोसिएशन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर चुकी है. गिरफ्तार बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार पटना की फुलवारी जेल में बंद हैं.
एसआईटी ने 24 फरवरी को सुधीर तथा उसके चार रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया था. बीएसएससी की इंटर (12वीं) स्तरीय पदों के लिए इस वर्ष हुई प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नपत्र और उसके उत्तर लीक होने के मामले में अहम सबूत मिलने के बाद बिहार सरकार ने आठ फरवरी को परीक्षा रद्द कर दी है. इस मामले की जांच की जिम्मेवारी विशेष जांच टीम (एसआईटी) को दी गई है. गौरतलब है कि इस मामले में बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम तथा आयोग के डाटा एंट्री ऑपरेटर अविनाश कुमार सहित अब तक 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अभी भी कई लोगों से पूछताछ की जा रही है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उल्लेखनीय है कि बिहार आईएएस एसोसिएशन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का लगातार विरोध कर रही है. एसोसिएशन के अनुसार, सुधीर एक ईमानदार अधिकारी हैं, इन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है. एसोसिएशन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर चुकी है. गिरफ्तार बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार पटना की फुलवारी जेल में बंद हैं.
एसआईटी ने 24 फरवरी को सुधीर तथा उसके चार रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया था. बीएसएससी की इंटर (12वीं) स्तरीय पदों के लिए इस वर्ष हुई प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नपत्र और उसके उत्तर लीक होने के मामले में अहम सबूत मिलने के बाद बिहार सरकार ने आठ फरवरी को परीक्षा रद्द कर दी है. इस मामले की जांच की जिम्मेवारी विशेष जांच टीम (एसआईटी) को दी गई है. गौरतलब है कि इस मामले में बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम तथा आयोग के डाटा एंट्री ऑपरेटर अविनाश कुमार सहित अब तक 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अभी भी कई लोगों से पूछताछ की जा रही है.
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