Bihar: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें (नीतीश को) पीएम (प्रधानमंत्री) पद का मटेरियल बताए जाने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया दी है. मुख्यमंत्री से जब वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा द्वारा दिन में इस बारे में की गई टिप्पणी के बारे में भी पूछा गया तो नीतीश ने बिना किसी लागलपेट के कहा, 'हम कल कह चुके हैं.अपने पार्टी के साथी कुछ भी बोल देते हैं. हमारे बारे में ऐसा कहने की जरूरत नहीं है. " गौरतलब है कि नीतीश कुमार के पुराने सहयोगी कुशवाहा कुछ महीने पहले जद(यू) में लौट आए और अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का पार्टी में विलय कर दिया है.
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नीतीश ने कहा, 'हम सेवक है सेवा कर रहे हैं. यहां की सेवा करते करते मेरे मन में कोई आकांक्षा, कोई इच्छा नहीं है.' यह पूछे जाने पर कि आपको क्यों लगता है कि आप पीएम पद के लायक नहीं है, नीतीश ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. दरअसल, कुशवाहा ने कहा था नीतीश कुमार एक प्रधानमंत्री मैटेरियल हैं.' नीतीश ने इसके साथ ही उन अटकलों का भी खंडन किया कि पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष कुशवाहा लोकसभा सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से वे नाराज हैं. शनिवार को नईदिल्ली में आयोजित जद(यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुने गए है. उन्होंने आरसीपी सिंह की जगह ली है. आरसीपी सिंह ने केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बनने के बाद जद(यू) अध्यक्ष पद छोड़ दिया था.
संवाददाताओं से बात करते हुए नीतीश ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर कहा, 'इस मसले पर क्या करना है, क्या नहीं करना है, यह तो केंद्र सरकार के ऊपर निर्भर है. इसलिए मिलने से मुझे नहीं लगता कि किसी को ऐतराज होना चाहिए. एक बात तो हो गई है, हम लोग सहमत हैं कि यह मिलना चाहिए. बातचीत कर ही लेंगे. जो भी बात होगी, बाद में सामने आएगा.'