मुस्लिम विधायक ने उठाई कुदाल और बनाने लगे छठ घाट... मुजफ्फरपुर में आस्था के अद्भुत रंग

RJD विधायक इजरायल मंसूरी जनसंपर्क करते हुए कांटी विधानसभा क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी किनारे संगम घाट पहुंचे और छठ घाट के निर्माण में योगदान दिया.

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आस्था के महापर्व छठ पर बिहार में सामाजिक समरसता, सद्भाव और सेवा की अनूठी मिसाल देखने को मिली है. बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए जनसंपर्क के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक इजरायल मंसूरी ने खुद कुदाल उठाकर छठ घाट बनाने में मदद की. उनके इस कार्य की लोगों में चर्चा है. 

बिहार विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ दिन बचे हैं. सभी दलों के प्रत्याशी जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. जनसभा-रैलियों से वोट की मनुहार हो रही है तो घर-घर जाकर जनसंपर्क किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर की कांटी विधानसभा क्षेत्र के विधायक इजरायल मंसूरी भी प्रचार में जुटे हैं. 

कांटी विधानसभा के विधायक इजरायल मंसूरी ने खुद छठ घाट बनाने में श्रमदान दिया.

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी के विधायक इजरायल मंसूरी जनसंपर्क करते हुए कांटी विधानसभा क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी किनारे संगम घाट पहुंचे. उस वक्त वहां पर छठ घाट का निर्माण किया जा रहा था. इस कार्य में विधायक मंसूरी ने भी योगदान दिया. 

विधायक इजरायल मंसूरी ने धार्मिक और राजनीतिक दायरों से ऊपर उठकर ऐसा काम किया जिसने सबका ध्यान खींचा. उन्होंने खुद कुदाल उठाई और छठ व्रतियों के लिए घाट तैयार करने में योगदान दिया. मुस्लिम समाज के विधायक द्वारा हिंदू समाज के सबसे बड़े लोकपर्व छठ में श्रमदान करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया.

चार दिवसीय छठ लोकपर्व के दौरान व्रती (छठ करने वाली महिलाएं) अपने परिवार की सुख-शांति और संतान की लंबी उम्र के लिए सूर्य देव और छठी माई की पूजा करती हैं. छठ सभी बिहारियों की सांस्कृतिक विरासत है, जिसमें हिन्दू भी हैं, मुसलमान भी, सिख भी और इसाई भी. मुस्लिम विधायक के छठ घाट बनाने में श्रमदान को लोग बिहार की गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण बता रहे हैं. 

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