प्रतीकात्मक फोटो.
पटना:
पटना में बिहार सैन्य बल (बीएमपी)-5 में प्रशिक्षण ले रही एक महिला आरक्षी के साथ छेड़छाड़ के आरोप में बुधवार को वहां के सूबेदार शंभु शरण राठौड़ को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस महानिदेशक (बीएमपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि आरोपी सूबेदार शंभु शरण राठौड़ को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी सूबेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया गया है. मामले की जांच के बाद विभागीय कार्रवाई के तहत आरोपी को दोषी पाए जाने पर सेवा से बर्खास्त किया जाएगा. पांडेय ने बताया कि इस तरह की हरकत को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि उक्त महिला आरक्षी के साथ छेड़छाड़ करने वाले सूबेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर बीएमपी-5 में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही अन्य महिला आरक्षियों ने बुधवार को कुछ देर के लिए प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रही प्रशिक्षु आरक्षियों में से एक ने कहा कि उक्त सूबेदार के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई हो कि जिस तरह हम लोग डर और असुरक्षा महसूस कर रहे हैं, वैसा ही डर उनकी आंखों में हो तथा वैसे ही उनकी धड़कन तेज हो जैसा कि इस घटना के बाद हम लोगों की हो गई है. बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर उनका प्रदर्शन समाप्त हो गया.
पीड़ित महिला आरक्षी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि शंभु शरण राठौड़ के कक्ष में जाने पर उन्होंने उनके साथ 'जबरदस्ती' की कोशिश की और अपने कक्ष से बाहर नहीं निकलने दे रहे थे. जब मैं उनके कमरे से निकलकर भागी तो सूबेदार ने यह कहते हुए कि तुमसे काम है, मुझसे फिर आने को कहा था.
(इनपुट भाषा से)
पुलिस महानिदेशक (बीएमपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि आरोपी सूबेदार शंभु शरण राठौड़ को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी सूबेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया गया है. मामले की जांच के बाद विभागीय कार्रवाई के तहत आरोपी को दोषी पाए जाने पर सेवा से बर्खास्त किया जाएगा. पांडेय ने बताया कि इस तरह की हरकत को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि उक्त महिला आरक्षी के साथ छेड़छाड़ करने वाले सूबेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर बीएमपी-5 में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही अन्य महिला आरक्षियों ने बुधवार को कुछ देर के लिए प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रही प्रशिक्षु आरक्षियों में से एक ने कहा कि उक्त सूबेदार के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई हो कि जिस तरह हम लोग डर और असुरक्षा महसूस कर रहे हैं, वैसा ही डर उनकी आंखों में हो तथा वैसे ही उनकी धड़कन तेज हो जैसा कि इस घटना के बाद हम लोगों की हो गई है. बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर उनका प्रदर्शन समाप्त हो गया.
पीड़ित महिला आरक्षी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि शंभु शरण राठौड़ के कक्ष में जाने पर उन्होंने उनके साथ 'जबरदस्ती' की कोशिश की और अपने कक्ष से बाहर नहीं निकलने दे रहे थे. जब मैं उनके कमरे से निकलकर भागी तो सूबेदार ने यह कहते हुए कि तुमसे काम है, मुझसे फिर आने को कहा था.
(इनपुट भाषा से)
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