- सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव की जब्त संपत्तियों में स्कूल खोलने की योजना का ऐलान किया है
- उन्होंने अपराधियों, माफियाओं और सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और स्पीडी ट्रायल का भी भरोसा दिलाया है
- जेडीयू ने सम्राट चौधरी के बयान का समर्थन करते हुए जब्त संपत्तियों का सामाजिक उपयोग करने की मांग की है
बिहार के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी के एक बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. शुक्रवार को एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की संपत्ति को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा जब्त की गई लालू प्रसाद की संपत्तियों में राज्य सरकार स्कूल खोलेगी. गृह मंत्री के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.
लालू यादव की कहां है वो संपत्ति
सम्राट चौधरी ने अपने बयान में कहा कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले समेत कई मामलों की जांच हुई है. केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई और ईडी ने उनकी कई संपत्तियों को अटैच किया है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पटना जू के पास एक भवन है, जिस पर करीब 20 वर्षों से ताला लगा हुआ है. उस भवन को रंग-रोगन कर उसमें स्कूल खोला जाएगा. सम्राट चौधरी ने कहा कि जब उस भवन में स्कूल खुलेगा तो न केवल आम जनता को फायदा होगा, बल्कि लालू प्रसाद यादव को भी अच्छा लगेगा.
सूदखोरों-अपराधियों के साथ भी ऐसा ही
गृह मंत्री ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी सख्त रुख दिखाया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि बिहार में अपराधियों को अब राज्य छोड़ देना होगा. आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, सरकार पूरी मजबूती से उनके साथ खड़ी है. अपराधियों, माफियाओं और सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सूद के पैसों पर मनमाना ब्याज वसूलने वालों और तथाकथित गुंडा बैंक चलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि कुख्यात अपराधियों के साथ-साथ बालू माफिया, भूमि माफिया और परीक्षा माफिया पर भी कार्रवाई होगी. उन्होंने दावा किया कि ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार कर तीन से छह महीने के भीतर स्पीडी ट्रायल के जरिए सजा दिलाई जाएगी. जिन लोगों ने अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की है, उनकी संपत्तियां जब्त कर उनमें स्कूल खोले जाएंगे. उन्होंने दो टूक कहा कि अपराधी चाहे छोटा हो या बड़ा, उसे जेल जाना ही होगा. यह केवल चेतावनी नहीं है, बल्कि सरकार ठोस कार्रवाई करेगी.
JDU ने दिया साथ
सम्राट चौधरी के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. सत्ताधारी गठबंधन एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू ने उनके बयान का समर्थन किया है, जबकि विपक्षी राजद ने कड़ा विरोध जताया है. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लालू परिवार पर नौकरी के बदले जमीन हड़पने जैसे गंभीर आरोप हैं. उन्होंने मांग की कि ऐसी संपत्तियों को सीज कर सिर्फ स्कूल ही नहीं, बल्कि अनाथालय और छात्रावास भी खोले जाने चाहिए. उनके अनुसार, जब्त संपत्तियों का इस्तेमाल समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों के लिए होना चाहिए.
'नए स्कूल खोलने की बातें सिर्फ दिखावा'
वहीं, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सम्राट चौधरी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार बनी है, इसलिए उसे जनता की भलाई के काम करने चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लालू यादव की संपत्ति को लेकर बयानबाजी कर रही है. मृत्युंजय तिवारी ने यह भी कहा कि राज्य में पहले से मौजूद कई स्कूल ठीक से नहीं चल रहे हैं, ऐसे में नए स्कूल खोलने की बातें सिर्फ दिखावा हैं.














