बिहार चुनाव में NDA सीट शेयरिंग पर पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बिहार में जदयू को बड़े भाई की भूमिका रहना चाहिए. बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश और जदयू रहेंगे, केंद्र में चुनाव हो तो बीजेपी. एकाध सीट की बात अलग है. विपक्ष को घेरते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि यहां कोई घमासान नहीं है, घमासान तो उधर (महागठबंधन में) है. यहां पांचों पांडव बैठेंगे और सहमति से फैसला लेंगे.
'शिवहर में कोई वैकेंसी नहीं'
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने ये भी कहा कि शिवहर में कोई वैकेंसी नहीं है. उनके इस बयान ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है. दरअसल अभी टिकट बंटवारा नहीं हुआ है और वैकेंसी न होने की बात कहकर उन्होंने दबाव बनाने की कोशिश की है. आनंद मोहन इन दोनों शिवहर विधानसभा में खूब सक्रिय हैं. अपने पुत्र और शिवहर से विधायक चेतन आनंद के पक्ष में जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों से मिल रहे हैं.
'बूथ चोरी करने वाले वोट चोरी का आरोप लगा रहे'
आनंद मोहन ने महागठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि लोग एक बार निकले वोटर अधिकार यात्रा लेकर, अब निकल रहे हैं बिहार अधिकार यात्रा लेकर. वोट चोरी अभियान को लेकर तीखे आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अचरज होता है कि लोग कहते हैं वोट चोर गद्दी छोड़... जो वोट चोरी का इल्जाम लगा रहे हैं, वही बूथ चोरी करते थे. सबसे ज्यादा बूथों पर स्टांपिंग उन्हीं के जमाने में होती थी. मैं खुद इसका गवाह हूं. 1999 में मुझे 917 वोट से हराया गया. तब अहंकार से कहते थे कि बक्सों से जिन्न निकलेगा. बूथ की लूटपाट, बूथ चोरी उनके जमाने में होती थी और अब ये लोकतंत्र बचाने की दुहाई दे रहे हैं.
आरोप लगाने वाले अपने दामन में झांकें
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने चेतन आनंद को लेकर आ रहे बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी और इशारों में चेतावनी भी दे डाली. उन्होंने कहा कि इधर कुछ नेताओं ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है. उन सभी को अपने-अपने दामन में झांकना चाहिए कि पिछले चुनाव में उनकी क्या भूमिका थी. ऐसे हताश निराश लोग अगर विधायक चेतन आनंद के बारे में कुछ बोलते हैं तो यह बात पता होनी चाहिए कि सरकार बचाने में चेतन आनंद की भूमिका क्या रही. इसका ख्याल रखकर बात होनी चाहिए.
'हम बोलने लगे तो सिर छिपाना भारी पड़ जाएगा'
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कमियां निकाल रहे हैं कि कार्यक्रम में कहां-कहां गलतियां हो रही हैं, कहां-कहां स्पेलिंग मिस्टेक है. जिसको कोई काम नहीं है, वो स्पेलिंग मिस्टेक निकाल रहा है. यहां के पुराने पॉलिटिशियन दिवंगत हो चुके हैं. अब यहां चेतन आनंद क्या कर रहे हैं, और कौन क्या कर रहा है, अगर हम दस्तावेज खोलना शुरू करेंगे तो बहुत मुश्किल हो जाएगी. सिर छुपाना भारी पड़ जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि शिवहर में क्या-क्या हो रहा था, राशन का खर्चा किसको दिया जा रहा था, किसको मुंह दिखाई दी जा रही थी, हमको सब पता है. इसलिए मुंह खोलने के लिए मजबूर ना करें. उन्होंने कहा कि बच्चे लोग सब लोकतंत्र में आजाद हैं. लेकिन सीमा लांघने की कोशिश न करें. गरिमा मर्यादा को ध्यान में रखकर अपनी-अपने प्रतिक्रिया दें.