- बिहार में मतगणना से पहले तेजस्वी यादव ने चुनाव नतीजों में साजिश की आशंका जताते हुए निष्पक्षता की अपील की है
- तेजस्वी ने आरोप लगाया कि 2020 में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही थी, लेकिन अधिकारियों ने चालाकी कर दी
- तेजस्वी ने कहा कि ‘हम जानते हैं कि अधिकारियों को दिल्ली से निर्देश मिल रहे हैं... लेकिन हमारे लोग सतर्क हैं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना से कुछ घंटे पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन ने चुनाव नतीजों में साजिश की आशंका जताई. महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सत्तारूढ़ एनडीए राजग के इशारे पर साजिश का आरोप लगाया और चुनाव आयोग से निष्पक्षता सुनिश्चित करने की अपील की.
तेजस्वी यादव के साथ संवाददाता सम्मेलन में सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारू भी मौजूद थे. राजद नेता तेजस्वी ने 2020 के विधानसभा चुनावों को याद करते हुए आरोप लगाया कि उस समय महागठबंधन की सरकार बनना तय था लेकिन अधिकारियों की चालाकी के कारण ऐसा नहीं हो पाया.
आरजेडी नेता ने आगे कहा,‘‘ 2020 में महागठबंधन स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा था. हमें इसका पूरा विश्वास था. जो अधिकारी 2020 की घटना को दोहराने की कोशिश करते हैं, या हदें पार करते हैं या फिर किसी राजनीतिक दल के इशारे पर काम करते हैं, उन्हें सोचना चाहिए कि वो गलत कर रहे हैं. उन्हें निष्पक्षता के साथ काउंटिंग सुनिश्चित करनी चाहिए.''
तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘हम जानते हैं कि अधिकारियों को दिल्ली में बैठे लोगों से निर्देश मिल रहे हैं. हमें शक है कि मतगणना में देरी हो सकती है. लेकिन हमारे लोग सतर्क हैं और हम बड़े अंतर से जीत रहे हैं. हम जानते हैं कि जनता ने एनडीए सरकार को सत्ता से बेदखल करने का फैसला कर लिया है. हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करेगा."
इस बीच चुनाव आयोग ने शुक्रवार को मतगणना से पहले चेनारी विधानसभा क्षेत्र के मतगणना पदाधिकारी को पद से हटा दिया. मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुजिंयाल ने ललित भूषण रंजन को तुरंत सभी चुनावी दायित्वों से मुक्त करने का निर्देश दिया. ललित रोहतास के अतिरिक्त जिलाधिकारी एवं अतिरिक्त कलेक्टर हैं. उन्हें चुनावी कार्यों से हटाए जाने का कारण पता नहीं चल सका है.
उधर, बिहार के रोहतास जिला प्रशासन ने ईवीएम से भरे एक ट्रक के बिना पूर्व सूचना के मतगणना केंद्र में प्रवेश करने के आरजेडी के आरोप को खारिज किया. जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कहा कि मतगणना केंद्र में दाखिल हुआ ट्रक ईवीएम से नहीं बल्कि खाली स्टील के बक्सों से भरा हुआ था. ट्रक बुधवार की शाम 7.59 बजे पुलिस जांच और लॉगबुक में एंट्री के बाद बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र में गया था. ट्रक को स्ट्रांग रूम से करीब 500 मीटर दूर खड़ा किया गया था. डीएम ने आरोपों को गलत बताते हुए अफवाह न फैलाने की अपील की.













