Pegasus जासूसी मामला सामने आने के बाद से पूरे देश में सियासी बवाल मच गया है. आज से शुरू हुए संसद के मॉनसून सत्र में भी इसको लेकर हंगामा देखने को मिला. संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी जासूसी मामले पर बयान आया है. उन्होंने इसे बेकार की बातें बताते हुए कहा कि किसी को डिस्टर्ब करना अच्छी बात नहीं है.
सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'ये गलत हैं. यह सब गंदी बात हैं, सब फ़ालतू चीज़ हैं. किसी को डिस्टर्ब करना अच्छी बात नहीं है. मेरे हिसाब से बिल्कुल बेकार बात हैं. नई टेक्नॉलोजी का दुरुपयोग हो रहा है. इसका बुरा असर भी पड़ रहा है. कई जगह लोगों को परेशानी हो रही है. काम करना चाहते हैं, उसमें बाधा आती है. कोई गलत काम करता है तो उस पर शुरू से ही कार्रवाई करने का प्रावधान होता है.
बता दें, रविवार को न्यूज वेबसाइट 'द वायर' समेत कई मीडिया संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया था कि एक अज्ञात एजेंसी ने Pegasus स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हुए भारतीय पत्रकारों और नेताओं को निशाना बनाया है. रिपोर्ट में बताया गया था कि लीगल कम्यूनिटी मेंबर्स, बिजनेसमैन, सरकारी अधिकारी, वैज्ञानिक, कार्यकर्ताओं और अन्यों के नंबर एजेंसी की हैकिंग लिस्ट में शामिल थे. इस लिस्ट में 300 से ज्यादा भारतीय मोबाइल नंबर हैं.
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि इन नंबरों को 2019 के लोकसभा चुनाव से 2018-2019 के बीच निशाना बनाया गया था.
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हालांकि, इस मामले पर सरकार की ओर से भी सफाई आई थी. सरकार ने हैकिंग में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा, 'विशेष लोगों पर सरकारी निगरानी के आरोपों का कोई ठोस आधार या इससे जुड़ी सच्चाई नहीं है.' लेकिन, द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने Pegasus स्पाइवेयर की खरीद या उपयोग से स्पष्ट रूप से इनकार नहीं किया.
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