बिहार में विधानसभा चुनाव होने अभी छह महीने से ज्यादा समय भले बचा हो लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री अभी से चुनावी मोड में दिखने लगे हैं. स्वतंत्रता दिवस बिहार की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार द्वारा पहले से ही तक किए गए लक्ष्यों की बात की. सीएम नीतीश ने इशारों इशारों में तेजस्वी यादव भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो चीज हमने शुरू की थी, उसे लेकर कुछ लोग क्रेडिट ले रहे हैं जबकि वो तो बीच में जुड़े और अब हमसे अलग भी हो चुके है.
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि अभी तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है. इसके अतिरिक्त लगभग दो लाख पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो गई है. अब हमने तय किया है कि इस साल अगले साल चुनाव से पहले युवाओं को 10 लाख की जगह 12 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएगी. हमने 2022 में 10 लाख सरकारी नौकरी देने की बात कही थी. अब हम इस संख्या को और बढ़ाने जा रहे हैं. हम लोगों ने उस दौरान 10 लाख रोजगार देने की बात कही थी लेकिन बीते चार वर्षों विभिन्न क्षेत्रों में 24 लाख लोगों को रोजगार दे दिया गया है. जबकि हमने बात 10 लाख रोजगार देने की की थी. हमारा इस साल और अगले साल चुनाव से पहले 10 लाख और लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है. इस तरह से अब 10 लाख रोजगार की जगह 34 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा और 10 लाख सरकारी नौकरी की जगह 12 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जाएंगी.
सीएम नीतीश कुमार ने आगे कहा कि हमने सभी धर्म और जाति के लोगों के लिए काम किया है. चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, अल्पसंख्यक हो आदिवासी हो या फिर पिछड़ा या अतिपिछड़ा वर्ग हमने सबके लिए काम किया है. हमने किसी के धर्म या जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया है.
तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर साधा निशाना
आपको बता दें कि महागठबंधन से बाहर आने के बाद ऐसा कोई पहली बार नहीं है कि जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. कुछ महीने पहले ही नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के 17 महीने बनाम 17 साल के दावे पर भी पलटवार किया थी. उन्होंने उस दौरान कहा था कि आप 2005 से पहले के दिनों को कैसे भूल सकते हैं. कैसे भूल गए कि तब पढ़ाई कैसी होती थी और कितने लोगों को रोजगार मिलता था.सीएम नीतीश कुमार ने आगे कहा कि उनके राज में क्या कोई शाम के समय बाहर निकलता था. हालांकि, नीतीश कुमान ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बैगर ये बात कही थी.
"आप बच्चे थे, आपको क्या ही पता"
तेजस्वी पर बिना नाम लिए हमलावर नीतीश कुमार ने कहा था कि जो बच्चा है और बाद में आया है उसको क्या ही पता है. लोगों को इलाज के लिए पैसा देना भी 2006 में जेडीयू सरकार ने ही शुरू किया, देश में पहले ऐसा कोई भी नहीं करता था, उन्होंने इसकी शुरुआत की. नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी राज में तो सड़क तक नहीं थी. सभी लोग अपने-अपने इलाकों में पैदल चलते थे. केंद्र में मंत्री रहते भी अपने इलाके में पहुंचते ही 12-12 घंटे तक पैदल चलना पड़ता था, लेकिन क्या आज कहीं भी पैदल चलना पड़ता है.