बिहार में 10वीं बोर्ड परीक्षा में थोड़ा लेट होने पर कुछ छात्राओं को एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं मिली, तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया. वे अंदर जाने की गुहार लगाती रहीं. रोती-बिलखती छात्राओं को उनके परिजन संभालते रहे .मामला सीतामढ़ी के कमला बालिका उच्च विद्यालय का है. सोमवार सुबह से 10वीं के बिहार बोर्ड के एग्जाम शुरू हुए. तय समय पर सेंटर का गेट बंद कर दिया गया. कुछ देर बाद कुछ छात्राएं वहां पहुंचीं, तो उनको अंदर नहीं घुसने दिया गया. छात्राएं साल बर्बाद हो जाने की फिक्र में बिलखने लगीं.
गिड़गिड़ाते रहे बच्चे पर नहीं मिली एंट्री
सीतामढ़ी के जिला मुख्यालय डुमरा में स्थित कमला बालिका उच्च विद्यालय में मैट्रिक परीक्षा के दौरान जो स्थिति उत्पन्न हुई, उस देख हर किसी का दिल पसीज गया. देर से पहुंचे नौ परीक्षार्थियों को एग्जाम में एंट्री नहीं मिली, जिससे वह सभी एग्जाम नहीं दे पाए. एग्जाम हॉल में ना जाने देने पर बच्चे बुरी तरह टूट गए और वो फूट-फूटकर रोने लगे. बच्चों को रोता देख वहां भारी भीड़ जुट गई और स्थिति और खराब हो गई. कुछ बच्चे की तबीयत खराब होने पर उन्हें डुमरा पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है.
- बिहार में सोमवार से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुई
- एग्जाम में लेट से पहुंचे छात्र तो नहीं मिली हॉल में एंट्री
- एग्जाम हॉल में घुसने के लिए खूब गिड़गिड़ाए बच्चे
- सालभर की मेहनत खराब होने पर फूट-फूटकर रोए बच्चे
जहानाबाद में बच्चों की सालभर की मेहनत खराब
जहानाबाद में भी देरी से परीक्षा केंद्र पहुंचने की वजह से कई छात्र एग्जाम से शामिल नहीं हो पाए. इस दौरान छात्र एग्जाम सेंटर के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों से गुहार लगाते रहे, लेकिन मजिस्ट्रेट एवं सुरक्षाकर्मी उनकी एक न सुनी और उन्हें एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं मिली. अपनी सालभर की मेहनत को इस तरह बेकार होता देख बच्चे अंदर तक टूट गए. हालांकि मौके पर मौजूद पैरेंट्स ने बच्चों के लिए मिन्नत की, लेकिन इसके बावजूद बच्चों एग्जाम हॉल में जाने से रोक दिया गया.
महज 3 से 4 मिनट लेट हुए थे बच्चे
जहानाबाद में आधा दर्जन भर छात्राएं मैट्रिक परीक्षा नहीं दे पाई. वीडियो में आप देख सकते है कि छात्राएं किस तरह केंद्र पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से परीक्षा में शामिल होने के लिए विनती कर रही है. लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिली. छात्राओं की माने तो वह तीन से चार मिनट लेट थे. आज से कड़े इंतेजाम के बीच जिले में कुल 15 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई, जो 25 फरवरी तक चलेगी. प्रथम पाली की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को 9 बजे तक ही एग्जाम सेंटर में प्रवेश की इजाजत थी, लेकिन जरा से देरी ने बच्चों की सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया.