- बीजेपी की लिस्ट की इन 71 सीटों पर पार्टी के 56 विधायक थे, जिनमें से 46 को फिर से टिकट दिया गया है
- भाजपा के चुनावी मंत्र- ट्रिपल M में जोर महिलाओं पर भी है. बीजेपी की लिस्ट में 9 महिला कैंडिडेट शामिल हैं
- बिहार में अहम जातिवार समीकरण को देखते हुए पार्टी ने बड़ी संख्या में ओबीसी उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा ने बहुत गहन मंथन के बाद 71 प्रत्याशियों की पहली सूची मंगलवार को जारी कर दी. एनडीए में सीट बंटवारे के बाद बीजेपी को 101 सीटें मिली हैं, जिसमें से 71 प्रत्याशियों के नाम सामने आ चुके हैं. इन 71 सीटों पर पार्टी के 56 विधायक थे, जिनमें से 46 को फिर से टिकट दिया गया है जबकि 10 मौजूदा विधायक के टिकट काटे गए हैं.
बता दें, 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में जेडीयू ने 115 सीटों पर जबकि बीजेपी ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए सीट शेयरिंग फ़ॉर्मूले के मुताबिक, जेडीयू और बीजेपी दोनों ही 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. एनडीए के कुनबे में शामिल लोजपा के खाते में 29 सीटें, HAM को 6 और उपेन्द्र कुशवाहा को भी 6 सीटें दी गई हैं.
बीजेपी की लिस्ट में कई दिग्गज
बीजेपी की तरफ से जारी लिस्ट के मुताबिक, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को तारापुर, विजय सिन्हा को लखीसराय, सिवान से मंगल पांडेय, दानापुर से राम कृपाल यादव, गया शहर से डॉ प्रेम कुमार, झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा को पार्टी ने मैदान में उतारा है.
सूची में महिलाओं को प्राथमिकता
बिहार विधानसभा चुनाव में महिला वर्ग अपने आप में एक बड़ा वोट बैंक माना जाता है. भाजपा का चुनावी मंत्र- ट्रिपल M में जोर महिलाओं पर भी है. बीजेपी की तरफ से मंगलवार को जारी पहली लिस्ट में पार्टी ने 9 महिला नेताओं को कैंडिडेट बनाया है. पार्टी ने राज्य की पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी, गायत्री देवी, अरुणा देवी, रमा निषाद, श्रेयसी सिंह, देवंती यादव, निशा सिंह, कविता देवी और स्वीटी सिंह को टिकट दिया है.
जातीय समीकरण साधने की कोशिश
बीजेपी की पहली लिस्ट में 6 रिजर्व सीटें हैं, जहां से एससी उम्मीदवार उतारे गए हैं. बथाना से अनिल कुमार राम, राजनगर से सुजीत पासवान, बनमनखी से कृष्ण कुमार रिश्ति, कोरहा से कविता देवी, पाटेपुर से लखेंद्र कुमार रोशन, कटोरिया से पूरण लाल टुडु को टिकट दिया गया है.
कई प्रमुख ब्राह्मण चेहरे भी मैदान में
पार्टी ने कई प्रमुख ब्राह्मण चेहरों को भी मैदान में उतारा है. बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा, किओटी से मुरारी मोहन झा, जाले से जिवेश मिश्रा, बैकुंठपुर से मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया गया है. मंगल पांडे भी ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. इसके अलावा राजपूत, भूमिहार और कायस्थ जाति के भी कई उम्मीदवार उतारे गए हैं.
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पिछड़े वर्ग को साधने के लिए दांव
बिहार में ओबीसी मतदाताओं की बड़ी संख्या और जातिवार समीकरणों को देखते हुए बीजेपी ने बड़ी संख्या में ओबीसी वर्ग से आने वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया है. इस लिस्ट में पिपरा से श्यामबाबू प्रसाद यादव और दानापुर से पूर्व सांसद रामकृपाल यादव शामिल हैं. ढाका से पवन जायसवाल, बांका से रामदयाल मंडल, दीघा से संजीव चौरसिया जैसे चेहरों पर भरोसा जताया गया है.
लिस्ट से नाराज विधायक धरने पर बैठे
बीजेपी की इस सूची को लेकर हालांकि सियासी पारा भी चढ़ने लगा है क्योंकि पार्टी ने कई दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए हैं. इनमें विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव से लेकर पूर्व मंत्री रामसूरत राय, पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, कुम्हरार के विधायक अरुण सिन्हा जैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं.
नंदकिशोर यादव का भी पत्ता साफ
नंदकिशोर यादव बिहार में बीजेपी के सबसे सीनियर नेताओं में से एक हैं. वह पटना साहिब सीट से लगातार 7 बार विधायक रह चुके हैं. पटना साहिब से अब रत्नेश कुशवाहा को मौका दिया गया है. जहां नंदकिशोर यादव ने पार्टी के फैसले के साथ जाने की बात कही है, लेकिन औराई के विधायक राम सूरत राय प्रदेश कार्यालय में ही समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए.
बीजेपी की बाकी 30 अन्य सीटों पर दूसरी लिस्ट में प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होगा. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पार्टी अपनी दूसरे लिस्ट में कई पूर्व सांसदों और विधान परिषद के सदस्यों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है.