Amas Police Station Officer Suspended: हम बिहार के सीएम (Nitish Kumar) के रिश्तेदार हैं. नहीं जानते हो क्या? मुकेश साहनी (Mukesh Sahni) मेरा क्या कर लेगा...यह बोल हैं बिहार के गया जिले के एक थानेदार के. इस थानेदार ने एक फरियादी के साथ यह व्यवहार किया. थानेदार ने फरियादी के साथ न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि थाने से भी भागने को कहा. फरियादी ने चुपचाप थानेदार की सारी बातें सुनी और मोबाइल में पूरे प्रकरण का ऑडियो टेप कर थाने से निकल गया. बाद में उस ऑडियो को वायरल कर दिया. अब यह ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला संज्ञान में आते ही गया एसएसपी आशीष भारती ने जांच टीम गठित कर दी. जांच टीम की रिपोर्ट के बाद थानेदार इंद्रजीत कुमार को लाइन क्लोज कर दिया गया है. गया एसएसपी ने आईजी गया से निलंबन की अनुशंसा कर दी है.
बाइक चोरी से बवाल
जानकारी के अनुसार, बीते दिनों गया जिले के आमस प्रखंड के अनिल कुमार की बाइक शेरघाटी कोर्ट से 14 सितंबर को चोरी हो गई थी. अनिल कुमार वीआईपी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष हैं. बाइक चोरी की एफआईआर उन्होंने आमस थाना में दर्ज कराई थी. आमस थाना में एफआईआर दर्ज कराने के कुछ दिन बाद फिर से वहां गए और पुलिस की कार्रवाई की जानकारी लेनी चाही. आमस थानेदार ने कोई जानकारी नहीं दी. इसके बाद अनिल कुमार ने अपनी वीआईपी पार्टी के प्रदेश युवा अध्यक्ष से फोन कराया. फोन पर आमस थानेदार और प्रदेश युवा अध्यक्ष के बीच हाॅट टॉक हो गई. इसके बाद बीते शुक्रवार को फिर से बाइक चोरी के पीड़ित अनिल कुमार आमस थाना गए. आमस थाना में थानेदार ने जैसे ही अनिल कुमार को देखा, तो उनके तेवर गर्म हो गए, सीएम के रिश्तेदार होने की धौंस से लेकर मुकेश साहनी को भी अपशब्द कह गए.
यह भी बोल गए
थानेदार की बदनसीबी कहें या फिर पीड़ित की चालाकी कि उसने थानेदार के सामने जाने से पहले मोबाइल का ऑडियो ऑन कर लिया था. थानेदार ने अनिल कुमार को फटकार लगाते हुए कहा कि पूर्व मंत्री मुकेश साहनी के पीए से पैरवी करवाते हो, तो हम लोग यहां कोई चौकीदार नहीं बैठे हैं. मुकेश साहनी का पीए फोन करके बोलता है कि फुटेज चेक कीजिए. फुटेज दीजिए. वह हमको जांच करने का तरीका सिखाएंगे क्या? उ हमर ... है क्या? उ हमर कोई डीएसपी-एसपी है? मुकेश साहनी तो मंत्री भी नहीं है, मंत्री भी होता तो हम थोड़े ही सुनेंगे, लेकिन तुम मुकेश साहनी पर उछल रहे हो, तुमको पता नहीं है, कि यहां मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बैठा है.
निलंबन की अनुशंसा
इस संबंध में गया एसएसपी आशीष भारती ने बताया है कि आमस थानाध्यक्ष के मामले को लेकर जांच टीम गठित कर दी गई थी. जांच टीम की रिपोर्ट आ गई है. इसके बाद आमस थानाध्यक्ष को लाइन क्लोज कर दिया गया है. वहीं, उनके निलंबन के लिए आईजी गया से अनुशंसा की गई है. पूरे मामले में कार्रवाई हो रही है.