- बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच पवन सिंह और पत्नी ज्योति सिंह का निजी विवाद सुर्खियों में है
- पवन सिंह के करीबी ऋतिक सिंह का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह ज्योति सिंह पर कई सवाल उठा रहे हैं
- उन्होंने आरोप लगाया कि ये राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है, ज्योति सिंह किसी की कठपुतली तो नहीं बन गईं
बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह का निजी विवाद एक बार फिर राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन चुका है. पवन सिंह के आवास पर जो हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ और उसके बाद वीडियो वॉर छिड़ी, उसे देखकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही ये मामला तूल क्यों पकड़ रहा है, कहीं ये सारा खेल आने वाले चुनावों में इमेज पर धब्बा लगाने और टिकट कटवाने के लिए तो नहीं?
पवन सिंह की बीजेपी से नजदीकियां
अगले महीने बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं. पवन सिंह लगातार अपनी राजनीतिक वापसी और टिकट कन्फर्म करने के लिए भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. उन्हें टिकट मिलने की भी संभावना है. इन्हीं कोशिशों के बीच उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह अचानक एक दिन उनके लखनऊ आवास पर पहुंच गईं. घर के बाहर बैठी ज्योति सिंह का वीडियो खूब चर्चा में रहा.
ज्योति सिंह का लखनऊ आवास पर धरना
ज्योति सिंह ने दावा किया कि जब वह अपने पति से मिलने गईं तो उनके स्वागत के लिए पुलिस बुला ली गई. पवन सिंह के कहने पर पुलिस को बुलाया गया था. उन्होंने एक वीडियो के जरिए न्याय की गुहार लगाई, जिससे उन्हें सोशल मीडिया पर काफी सहानुभूति भी मिली. लेकिन जैसा कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, सवाल उठ रहा है कि इस मामले में भी कुछ और कहानी तो नहीं है.
पवन सिंह के करीबी का वीडियो वायरल
इस पूरे मामले पर एक नई कहानी सामने आई है. पवन सिंह के करीबी और उनके आवास पर रहने वाले ऋतिक सिंह का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह एक कथित मित्र से बातें करते हुए कई अहम जानकारियां दे रहे हैं. पुलिस बुलाने के मसले पर ऋतिक ने कहा कि पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच तलाक का मामला कोर्ट में लंबित है. ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना या ज्योति सिंह द्वारा कोई आरोप लगाए जाने से बचने के लिए, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस को सूचना दी गई थी. खुद को वकील बताते हुए उस मित्र ने कहा कि अगर पवन सिंह और ज्योति सिंह आपस में अलग होने के लिए डिवोर्स का केस दायर करते हैं तो अदालत उन्हें अलग रहने को कह सकती है.
'7 साल से याद क्यों नहीं आई'
बातचीत के दौरान ऋतिक सिंह ने सवाल उठाया कि पिछले सात वर्षों में ज्योति सिंह को पवन सिंह की याद नहीं आई, लेकिन जैसे ही बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आया, वो अचानक से लखनऊ आवास पहुंच जाती हैं. ऋतिक सिंह ने दावा किया कि लखनऊ आवास पहुंचने पर ज्योति सिंह ने उन्हें फोन किया था. उस समय पवन सिंह भी घर पर थे. दोनों के बीच बातचीत हुई. फिर पवन सिंह को किसी मीटिंग में जाना पड़ गया. ऋतिक सिंह ने दावा किया कि उन्होंने ज्योति सिंह से कहा कि आप अपने परिवार को बुला लीजिए, उधर हम भी परिजनों को इकट्ठा कर लेते हैं. बैठकर बातें हो जाएंगी. लेकिन इसमें थोड़ा समय लगेगा. एक दिन तय करके हम लोग बात कर लेंगे.
साजिश या सियासी कठपुतली?
ऋतिक सिंह ने आरोप लगाया कि इस सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ज्योति सिंह अचानक लखनऊ आवास कैसे पहुंच गईं. कौन है जो ज्योति सिंह की आड़ में पवन सिंह पर निशाना साध रहा है. उन्होंने आशंका जताई कि यह सब एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है. उनका कहना था कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह को आसनसोल से टिकट मिला था, तब भी कुछ लोगों ने साजिशें शुरू की थीं. अब जब पवन सिंह को टिकट मिलने की उम्मीद है, तो ज्योति सिंह फिर से सामने आकर ड्रामा कर रही हैं. इससे साफ लगता है कि ज्योति सिंह किसी के हाथ की कठपुतली बनी हुई हैं और पवन सिंह की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही हैं.
दांव पर पवन सिंह की छवि और टिकट
बहरहाल, यह विवाद केवल पति-पत्नी का नहीं रह गया है. इसने राजनीतिक रंग ले लिया है. एक तरफ ज्योति सिंह पत्नी के रूप में स्वीकार्यता और इंसाफ की मांग कर रही हैं. तो दूसरी तरफ पवन सिंह के करीबियों का आरोप है कि ज्योति सिंह किसी के हाथ की कठपुतली बन गई हैं और पवन सिंह की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही हैं ताकि उनका टिकट कट जाए. मंशा चाहे कुछ हो, लेकिन सच यही है कि इस विवाद का सीधा असर बिहार की राजनीति और पवन सिंह के राजनीतिक भविष्य पर पड़ सकता है.