भले ही एनडीए से नाता तोड़ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा यूपीए में शामिल होकर महागठबंधन का हिस्सा हो गए हों, मगर उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को रालोसपा छोड़कर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) का दामन थाम लिया. भगवान सिंह कुशवाहा ने जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ जद (यू) की सदस्यता ग्रहण की. नीतीश खेमे में शामिल होते ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राज्य में अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज करेगी.
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बिहार के पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा,‘उपेन्द्र कुशवाहा के राजग छोड़कर संप्रग में शामिल होने के बाद मैंने आरएलएसपी छोड़ दी है और आरएलएसपी के 35 राज्य स्तरीय पदाधिकारियों और 1200 कार्यकर्ताओं के साथ जद (यू) में शामिल हो रहा हूं.' उन्होंने कहा,‘मैं जब आरएलएसपी में शामिल हुआ तो उस समय मेरी शर्त थी कि पार्टी राजग के साथ बनी रहनी चाहिए. मैंने उपेन्द्र कुशवाहा का राजग के साथ बना रहना सुनिश्चित करने के वास्ते अपनी तरफ से भरपूर कोशिश की लेकिन नीतीश कुमार के राजग में शामिल होने के बाद उन्होंने (उपेन्द्र) असहज महसूस करना शुरू कर दिया था.'
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उन्होंने कहा कि उनके समर्थक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास की कहानी का हिस्सा बने रहना चाहते हैं. उन्होंने कहा,‘2019 लोकसभा चुनाव एक चुनौती है और 2020 (राज्य में विधानसभा चुनाव) एक बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन हम 2019 और 2020 दोनों चुनावों को जीतेंगे. इससे पूर्व जद(यू) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने भगवान सिंह कुशवाहा और उनके 1200 समर्थकों तथा कार्यकर्ताओं का पार्टी में स्वागत किया और कहा कि इससे पार्टी मजबूत होगी. (इनपुट भाषा से)
VIDEO: महागठबंधन में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा