बिहार के बेगूसराय में DM को अतिक्रमणकारियों ने बनाया बंधक? जानिए क्या हुआ

Begusarai DM Held Hostage By Encroachers: बिहार में डीएम को अगर बंधक बनाया गया है तो ये बड़ी बात है. हालांकि, झोपड़पट्टी वालों का इरादा उन्हें नुकसान पहुंचाने का तो नहीं दिखा. बेगूसराय से हमारे रिपोर्टर संतोष प्रसाद की रिपोर्ट...

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Begusarai DM Held Hostage By Encroachers: बेगूसराय के डीएम की गाड़ी को बड़ी मुश्किल से निकाला गया.

Begusarai DM Held Hostage By Encroachers: बिहार के बेगूसराय में बड़ी घटना हुई है. यहां के जिला अधिकारी (DM) को ही बंधक बना लिया गया. इसके बाद पूरे इलाके को पुलिस ने घेर लिया. हालात तनावपूर्ण हो गए. फिर किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर डीएम को पुलिस ने वहां से दफ्तर रवाना किया. दरअसल, बेगूसराय स्टेशन के पास लोहिया नगर गुमटी किनारे बने झोपड़पट्टी को हटाने के लिए रेलवे के अधिकारी और पुलिस बल जेसीबी के साथ पहुंचे थे. इसी दौरान गुमटी के पास संग्रहालय में डीएम तुषार सिंगला भी निरीक्षण करने पहुंचे. इसी दौरान झोपड़पट्टी के लोगों ने डीएम को संग्रहालय के अंदर ही बंधक बना लिया.

डीएम संग्रहालय से निरीक्षण कर निकलने वाले थे तभी गेट पर सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष पहुंच गए और डीएम के वाहन को रोक लिया. इस दौरान काफी हंगामा हुआ. महिलाओं से लेकर पुरुष तक झोपड़पट्टी को हटाने का विरोध कर रहे थे. बाद में जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और भीड़ को हटाकर किसी तरह डीएम के वाहन को संग्रहालय से निकलकर ऑफिस के लिए रवाना किया. इस दौरान करीब 1 घंटे तक डीएम को बंधक बनाए रखा गया. 

डीएम की गाड़ी पर लगे नेम प्लेट को कागज से ढक दिया गया. उसके बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच डीएम को वहां को निकाला गया. दरअसल रेलवे ने लोहिया नगर गुमटी के पास बसे करीब 150 झोपड़पट्टी के घरों को हटाने का नोटिस दिया था. इसका आज अंतिम दिन था. आज रेलवे के अधिकारी जेसीबी के साथ झपड़पट्टी को हटाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन लोगों के काफी आक्रोश और भीड़ को देखते हुए फिलहाल अतिक्रमण हटाने का काम रोक लिया गया है.

झोपड़पट्टी में रहने वाली महिलाओं ने बताया कि 40-50 साल से यहां लोग रेलवे ट्रैक के किनारे बसे हुए हैं, लेकिन अचानक रेलवे ने नोटिस चिपकाकर घर खाली करने का आदेश दिया है‌. महिलाओं ने कहा कि उन्हें समय दिया जाए और डीएम साहब दूसरे जगह पर बसाने का काम करें. इसके बाद वह लोग झोपड़पट्टी खाली कर देंगे. महिलाओं में आक्रोश काफी था. इस मामले में एसडीओ राजीव कुमार ने भी माना कि अतिक्रमण हटाने को लेकर आक्रोश था. लोगों से बातचीत की जा रही है. बातचीत के बाद समस्या का समाधान निकाला जाएगा. डीएम के बंधक बनाने के सवाल को वे टाल गए. 
 

Featured Video Of The Day
Nitish का बड़ा दांव, नई Industrial Policy कितनी फायदेमंद? अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग ने क्या बताया?