हमने अपनों को आंख के सामने मरते देखा है... बांग्लादेश से लौटी इस हिंदू महिला का दर्द जान आप भी हैरान रह जाएंगे

रूपा घोष ने कि हम लोगों के पूर्वज बांग्लादेश में अपनी बहुत जमीन और जायदाद छोड़कर आए हैं. वो वहां से भारत अपनी जान और इजज्जत बचाने के लिए आए थे. आज वहां जैसे हालात हैं वो बेहद डरावना है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
महिला का दर्द जान आप भी हैरान रह जाएंगे
कटिहार:

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार और हिंसा का दौर लगातार जारी है. बीते दो सप्ताह में ही ढाका और बांग्लादेश के अलग-अलग जगहों पर तीन हिंदुओं की सरेआम हत्या कर दी गई. इन हत्याओं की वजह से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि, बांग्लादेश में रहने वाले कई हिंदू ऐसे भी हैं, जिनके परिजन काफी पहले भारत आ गए थे. अब भारत में रह रहे इन बांग्लादेशी हिंदू परिवारों की मांग है कि सरकार मौजूदा हालात को देखते हुए वहां फंसे उनके परिजनों और हिंदू भाई-बहनों को भारत लेकर आए. बिहार के कटिहार में भी ऐसे कई हिंदू हैं जिनके परिजन अभी भी बांग्लादेश में हैं. इन लोगों को डर है कि उनके परिजनों के खिलाफ वहां हिंसा हो सकती है. NDTV ने कटिहार शरणार्थी मोहल्ला में जाकर इन लोगों को दर्द जाना. इस ग्राउंड रिपोर्ट में लोगों ने बांग्लादेश की जो सच्चाई एनडीटीवी को बताई वो बेहद चौकाने और हैरान करने वाला था. 

घर से खींचकर मारते हैं

कुछ साल पहले बांग्लादेश से बिहार के कटिहार में आई रूपा घोष ने एनडीटीवी से बताया कि जब वो बांग्लादेश में थीं उस समय भी हालात ज्यादा ठीक नहीं थे. उस दौरान भी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा होती थी. लेकिन बीते एक साल में जो कुछ हो रहा है उसकी कल्पना कभी उन्होंने भी नहीं की थी. रूपा घोष ने बताया कि आज भी उनके परिवार के कई लोग बांग्लादेश में रहते हैं. उन्हें उनकी काफी चिंता हो रही है. हम चाहते हैं कि सरकार हमारे परिजनों और दूसरे हिंदू परिवार को वहां से सुरक्षित निकालकर यहां लाए. हमने अपनी आंखों के सामने अपनों को कटते देखा है, इसलिए हमें ऐसे हालात में डर ज्यादा लग रहा है.  

बुजुर्ग को सरेआम मार दी थी गोली

रूपा घोष ने कि हम लोगों के पूर्वज बांग्लादेश में अपनी बहुत जमीन और जायदाद छोड़कर आए हैं. वो वहां से भारत अपनी जान और इजज्जत बचाने के लिए आए थे. आज वहां जैसे हालात हैं वो बेहद डरावना है. उसे देखते हुए लगता है कि केंद्र सरकार को हमारे परिजनों को वहां से बचाकर यहां लेकर आना चाहिए. हमारे लोग वहां दहशत में हैं.उन्होंने बताया कि जब हम लोग वहां रहते थे तो वहां हिंदुओं पर बहुत तरह का अत्याचार होता था. वहां हिंदुओं को कुछ नहीं समझा जाता. मेरे दादा ससुर को भी घर से निकालकर गोली मार दी गई थी. हम चाहते हैं सरकार

खास है कटिहार का ये मोहल्ला

कटिहार के बांग्लादेशी शरणार्थी बहुल मोहल्ला वर्मा कॉलोनी जहां पहले 1971 में और फिर बाद में 1982 में बड़ी संख्या में लोग बांग्लादेश से आकर बसे थे. उस मोहल्ले के लोग बांग्लादेश में एक बार फिर तनाव के बाद आग बबूला है, बांग्लादेशी शरणार्थी बहुल इस मोहल्ले मे सरकार द्वारा आवंटित  152 क्वार्टर में आज भी बांग्लादेश के शरणार्थी लोग रह रहे हैं. इस मोहल्ले के लोग बांग्लादेश में हिंदुओं पर इस अत्याचार को लेकर सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग के साथ-साथ बांग्लादेश में जो भी हिन्दू  हैं. उन लोगों को भारत सरकार द्वारा जल्द भारत में लाने की दिशा में पहल करने की बात कर रहे हैं. साथ ही भारत में रह रहे बंगलादेशियो को बाहर निकालने की बात कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: मैं दुबई में हूं, मैंने हादी को नहीं मारा... मुख्य आरोपी फैसल करीम ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे

यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में कौन संभालेगा कुर्सी, अमेरिका में ट्रंप का रिपोर्ट कार्ड... 2026 के इन 5 चुनावों पर भारत की नजर

Advertisement
Featured Video Of The Day
2025 के 'Dhurandhar'.., Kantara, Chhaava, 2026 का 'King' कौन? Border 2, Battle Of Galwan या Ramayana
Topics mentioned in this article