बिहार विधानसभा के पहले सत्र के दो दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक JDU के दो बाहुबली विधायक शपथ नहीं ले सके हैं. जबकि विधानसभा का पहला दिन नव निर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के लिए रखा गया था. पहले दिन 6 विधायक शपथ नहीं ले पाए थे. इसलिए यह तय किया गया कि दूसरे दिन स्पीकर के चुनाव से पहले बचे हुए विधायकों की शपथ होगी. इसके बाद स्पीकर का चुनाव हुआ. इन 6 में से चार विधायकों ने दूसरे दिन शपथ ली लेकिन दो विधायक आज भी सदन में मौजूद नहीं थे. कुचायकोट से विधायक अमरेंद्र पांडे और मोकामा से विधायक अनंत सिंह अब तक शपथ नहीं ले पाए हैं. दोनों बाहुबली हैं, दोनों जदयू से जीते हैं.
अमरेंद्र पांडे गोपालगंज जिले के कुचायकोट से छठी बार विधायक बने हैं. विधानसभा चुनाव का परिणाम जब आया तब भी वे सर्टिफिकेट लेने नहीं पहुंचे थे. वे अपने बीमार भतीजे मुकेश पांडे के इलाज के लिए गोरखपुर में हैं. इसलिए न तो वे सर्टिफिकेट लेने आए और न ही शपथ ग्रहण के लिए विधानसभा पहुंच पाए. वहीं मोकामा से विधायक अनंत सिंह जेल में हैं. चुनाव प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में वे आरोपी हैं. निचली अदालत से उनकी जमानत याचिका भी रद्द हो चुकी है. जेल प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद ही वे शपथ ग्रहण के लिए आ पाएंगे.
भोजपुरी में शपथ को लेकर जिरह, मैथिली में 15 विधायकों ने ली शपथ
विधानसभा के दूसरे दिन लौरिया से विधायक विनय बिहारी ने भोजपुरी में शपथ लेने की कोशिश की. प्रोटेम स्पीकर ने उन्हें नियम का हवाला दिया. उन्होंने भोजपुरी के समर्थन में कविता पढ़ने की कोशिश की, इस पर प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि आप यहां भाषण मत दीजिए. 2 दिनों में 15 विधायकों ने मैथिली में शपथ ली. 6 विधायकों ने संस्कृत में, 5 ने उर्दू और 5 ने अंग्रेजी में शपथ ली.














