मोकामा की 'अनंत' कथाः सोनू-मोनू और 'छोटे सरकार', एक फरियाद और दोनों गिरफ्तार

अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच बीते बुधवार को फायरिंग हुई थी. स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों ही गुटों के बीच कई राउंड की फायरिंग की गई थी. इस घटना के बाद से इलाके में स्थिति तनावपूर्ण थी. बिहार पुलिस ने कई थानों की पुलिस को इस इलाके में तैनात भी किया था.

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पुलिस ने अनंत सिंह को पटना के बेऊर जेल पहुंचा दिया है
पटना:

जवानी में दबंगई की हनक उम्र बढ़ने पर भी दबती नहीं. भले ही रास्ता बदल लिया जाए. मोकामा गोलीकांड की अनंत कथा कुछ ऐसी ही है.अनंत सिंह फिर पटना बेऊर जेल में बंद हैं. सोनू को कारा जेल में डाला गया है. दरअसल दोनों की इस जेल यात्रा का एक सेंट्रल कैरक्टर है मुकेश. मुकेश की ही वह फरियाद थी जिसने 68 साल के 'छोटे सरकार' की बाहें फिर फड़काईं. अनंत की आंखों में अपना वह गुजरा दौर लौट आया. लेकिन वह भूल गए कि जिस गंगा के किनारे मोकामा बसा है, इन सालों में उसमें पानी काफी बह चुका है. छोटे सरकार आज के लड़कों से ऐसे उलझे कि सरेंडर करना पड़ा. खैर अब वो जेल में बंद हैं और मोकामा में फिलहाल कुछ दिनों की शांति है. हालांकि, मोकामा और इस क्षेत्र को जानने वाले लोग मानते हैं कि यहां जो शांति दिखती है वो किसी आने वाले तूफान का संकेत ही साबित हुआ है. अब पहले जो हुआ क्या वो फिर होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन इतना तो तय है कि अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच जेल यात्रा का ये सीन एक पड़ाव मात्र हो सकता है. चलिए आज हम आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर मोकामा में बीते दिनों वर्चस्व की जो लड़ाई देखने को मिली उसकी वजह क्या थी.

मुकेश ने लगाई थी अनंत सिंह से फरियाद 

इस मामले को लेकर पुलिस की जांच में भी जो बात सामने आई है उससे ये साफ है कि इस बवाल के पीछे मुकेश एक  बड़ा कारण की तरह है. ये वही मुकेश है जो अपने घर पर कब्जे की बात को लेकर अनंत सिंह के पास पहुंचा था. उसने अनंत सिंह को बताया था कि किस तरह से सोनू-मोनू ने उसे घर से बाहर निकालकर उसके घर पर ताला लगा दिया है. आपको बता दें कि अनंत सिंह ने भी पुलिस को दिए बयान में यही बात कही थी कि उसके पास मुकेश आया था उसने उन्हें बताया था कि सोनू-मोनू उसे उसके घर से बाहर निकाल रहा है. 

मुकेश के घर का ताला अनंत सिंह ने खुलवाया था

कहा तो ये भी जा रहा है कि अनंत सिंह ने मुकेश को पहले पुलिस के पास जाकर आला अधिकारियों से बात करने की बात कही थी लेकिन जब मुकेश थाने में आला अधिकारियों से मिलने पहुंचा था तो किसी कारण से उसकी उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी. चुकि घर पर ताला लगाया जा चुका था और मुकेश के पास रहने का कोई दूसरा ठिकाना नहीं था तो वो फिर वापस अनंत सिंह के पास ही आया. इसके बाद अनंत सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मुकेश के घर पर गए और वहां लगे ताले को खुलवाया. इसके बाद खुद अनंत सिंह इस बात की जानकारी देने के लिए सोनू-मोनू के घर पर गए थे. 

घर पर अनंत सिंह को देखकर सोनू-मोनू ने की थी फायरिंग

अनंत सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि जब वह मुकेश के घर का ताला खुलवाने के बाद सोनू-मोनू को ये बात बताने गए तो उन लोगों ने अनंत सिंह और उनके लोगों पर फायरिंग कर दी. इसके बाद अनंत सिंह के साथ के लोगों ने भी फायरिंग की थी. इस तरह से दोनों गुटों के बीच फायरिंग हुई थी. इसके बाद फायरिंग की सूचना जब पुलिस को मिली तो पूरे इलाके को छावनी में तबदील कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन तक चलाए गए थे. 

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