- मोकामा विधानसभा सीट पर अनंत सिंह और वीणा देवी के बीच मुकाबले की संभावना राजनीतिक माहौल को गरमा रही है
- अनंत सिंह ने पिछले दो दशकों से मोकामा सीट पर दबदबा बनाए रखा है और लगातार जीत हासिल की है
- वीणा देवी, जो पूर्व सांसद हैं, इस बार राजद के टिकट पर मोकामा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम सभी पार्टियों की तरफ से तय किए जा रहे हैं. दिग्गज नेताओं के खिलाफ तमाम दल मजबूत उम्मीदवारों को उतारने की तैयारी में हैं. ऐसे में मोकामा विधानसभा सीट पर सबकी नजर है. चर्चा है कि इस सीट पर इसबार ‘छोटे सरकार' अनंत सिंह बनाम वीणा देवी के बीच मुकाबला होना है. वीणा देवी बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं और लोजपा की टिकट पर मुंगेर लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं.
मोकामा की पहचान हमेशा से बाहुबल, प्रभाव और राजनीतिक पकड़ से जुड़ी रही है. 1990 से लेकर 2020 तक इस सीट पर अनंत सिंह और उनके परिवार का दबदबा रहा है. अनंत सिंह, जो ‘छोटे सरकार' के नाम से मशहूर हैं, अपनी अलग छवि के लिए जाने जाते हैं.
लेकिन इस बार समीकरण बदलते दिख रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व सांसद वीणा देवी, जो कभी मुंगेर से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की सांसद रह चुकी हैं, मोकामा से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनके पति सूरजभान सिंह जिनका नाम 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड और राजनीति दोनों में गूंजता था इस बार अपनी पत्नी को पूरी ताकत से मैदान में उतारने के मूड में हैं.
सूरजभान सिंह और अनंत सिंह के बीच रही है पुरानी अदावत
साल 2000 के चुनाव में सूरजभान सिंह ने जेल में रहते हुए ही अनंत सिंह के बड़े भाई और तत्कालीन राज्य मंत्री दिलीप कुमार सिंह को करीब 80 हजार वोटों से हराया था. उसके बाद से अनंत सिंह ने 2005 से लेकर 2020 तक लगातार जीत का रिकॉर्ड बनाया और इस सीट को अपना गढ़ बना लिया. अब दो दशक बाद इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है.
वीणा देवी के चुनाव लड़ने की चर्चा ने इस सीट को फिर “हॉट सीट” बना दिया है. कहा जा रहा है कि वे राजद (RJD) के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं. दिलचस्प बात यह है कि पिछले चुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद से लड़ीं और शानदार जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी से बगावत कर दी थी.
सूरजभान सिंह का परिवार राजद में हो सकता है शामिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूरजभान सिंह, उनके भाई चंदन सिंह (पूर्व सांसद) और कई अन्य समर्थक जल्द ही राजद में शामिल हो सकते हैं. यह कदम मोकामा की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है, क्योंकि सूरजभान सिंह वर्तमान में RLJP (पशुपति पारस गुट) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं. उनका राजद में शामिल होना पारस गुट के लिए झटका और लालू परिवार के लिए बड़ी उपलब्धि माना जाएगा.
दिलचस्प मुकाबले की है उम्मीद
इस चुनाव में संभावना है कि एक तरफ होंगे अनंत सिंह जिनके पास पुराना जनाधार और स्थानीय पकड़ है. दूसरी ओर हैं वीणा देवी जिनके पीछे सूरजभान का बाहुबल और राजनीतिक अनुभव रहा है. अगर दोनों आमने-सामने आते हैं, तो यह मुकाबला बिहार की सबसे हाई-वोल्टेज लड़ाइयों में से एक होगा जहां राजनीति, बाहुबल और पारिवारिक ताकत तीनों आमने-सामने होंगे.
बाढ़ से NDTV के लिए चंदन कुमार की रिपोर्ट