US Open: अमेरिकी ओपन की हार पर पीवी सिंधु ने बताई दिल की बात

PV Sindhu US Open: सिंधू इस महीने की शुरुआत में कनाडा ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं और अच्छी लय में दिख रही थीं लेकिन दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी अकाने यामागुची से हार गई.

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PV Sindhu US Open

PV Sindhu on US Open: अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार ने पीवी सिंधु पर ‘काफी भावनात्मक प्रभाव' छोड़ा है लेकिन भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी की नजरें सत्र का अंत शानदार तरीके से करने पर टिकी हैं. टखने में स्ट्रेस फ्रेक्चर के कारण पांच महीने बाद वापसी करने पर सिंधु मौजूदा सत्र में रंग में नजर नहीं आई हैं. आधे से अधिक साल बीतने के बावजूद पूर्व विश्व चैंपियन और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधु को अब भी इस सत्र में अपने पहले खिताब का इंतजार है. दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी सिंधु अमेरिकी ओपन में चीन की गाओ फांग जी के खिलाफ सीधे गेम में हार के साथ क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गईं थी. सिंधू (PV Sindhu Tweet) ने ट्वीट किया, ‘‘इस हार ने मुझ पर काफी भावनात्मक प्रभाव छोड़ा है, खासकर मेरे लिए चुनौतीपूर्ण वर्ष को देखते हुए.''

उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक सफल टूर्नामेंट के बाद निराशाजनक हार का अनुभव करना दिल तोड़ने वाला है, हालांकि मैं अपनी भावनाओं का इस्तेमाल अपने प्रयासों को दोगुना करने और बाकी बचे साल को उल्लेखनीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं.'' सिंधु फरवरी में दोहा में बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैंपियनशिप में भारत की कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थी लेकिन इस साल विश्व टूर पर कुछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाईं.

इस साल उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अप्रैल में मैड्रिड मास्टर्स सुपर 300 प्रतियोगिता में रजत पदक जीतना रहा. सिंधु इस महीने की शुरुआत में कनाडा ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं और अच्छी लय में दिख रही थीं लेकिन दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी अकाने यामागुची से हार गई. उन्होंने लिखा, ‘‘अमेरिकी ओपन में मेरा सफर क्वार्टर फाइनल में समाप्त हुआ जहां मेरा सामना प्रतिभावान गाओ फांग जी से हुआ. पहले उसे कनाडा में हराने के बावजूद उसने मेरी कमजोरियों का प्रभावी ढंग से उपयोग करते हुए इस बार मुझे सीधे गेम में हरा दिया.''

सिंधु ने लिखा, ‘‘पूरी तरह से तैयार रहने और प्रभावशाली प्रदर्शन करने के लिए मुझे उसकी सराहना करनी चाहिए. अगली बार जब मैं गाओ आपका सामना करूंगी तो कड़ी टक्कर होनी चाहिए.'' इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने हमवतन लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) की भी सराहना की जो कनाडा ओपन जीतने से पहले नाक की सर्जरी के प्रभाव के कारण मौजूदा सत्र में संघर्ष कर रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं लक्ष्य के लिए अपनी वास्तविक खुशी व्यक्त करना चाहती हूं जो कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद असाधारण प्रदर्शन कर रहा है. उसके मजबूत प्रदर्शन को देखना वास्तव में प्रेरणादायक रहा है.''सिंधु अब इस सप्ताह यिओसु में कोरिया ओपन सुपर 500 में हिस्सा लेंगी.

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