- मारुति सुजुकी बलेनो को लैटिन एनकैप के क्रैश टेस्ट में कुल पांच में से दो स्टार की सुरक्षा रेटिंग मिली है
- वयस्क सुरक्षा में बलेनो ने 79 प्रतिशत स्कोर किया जबकि बच्चों की सुरक्षा के लिए यह 65 प्रतिशत रहा
- कार में छह एयरबैग्स और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल जैसे फीचर्स होने के बावजूद कम रेटिंग मिली है
Baleno Crash Tests: मारुति सुजुकी की बलेनो ने मार्केट में आते ही सेल के मामले में धूम मचा दी थी. कम दाम में इसके लुक और फीचर्स का दीवाना हर कोई हो रहा था. जल्द ही ये कार कंपनी की सबसे पॉपुलर ऑल्टो और वैगनआर जैसे गाड़ियों में गिनी जाने लगी. हाल ही में भारत में बनी बलेनो (Maruti Suzuki Baleno) का लैटिन एनकैप (Latin NCAP) ने क्रैश टेस्ट किया. टेस्ट के रिजल्ट को देखकर इस गाड़ी के ग्राहक थोड़े मायूस हो गए हैं. मजबूती का दावा करने वाली बलेनो कार को 2-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है.
क्रैश टेस्ट के नतीजे
- बलेनो को 5 में से केवल 2 स्टार मिले हैं.
- वयस्कों की सुरक्षा के लिए इसे 79% स्कोर मिला.
- टेस्ट में पाया गया कि कार का ढांचा स्टेबल है और झटके झेलने में सक्षम है.
- बच्चों की सुरक्षा के लिए कार को 65% स्कोर मिला.
- पैदल यात्रियों की सेफ्टी में कार का प्रदर्शन थोड़ा कमजोर रहा, इसे 48% स्कोर मिला.
- सेफ्टी फीचर्स के मामले में इसे 58% स्कोर मिला.
2-स्टार ही क्यों?
भले ही टेस्ट की गई कार में 6 एयरबैग्स और ESC (इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल) जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड हैं, लेकिन फिर भी क्रैश टेस्ट में रेटिंग बहुत कम रहीं. दरअसल लैटिन एनकैप के नए नियमों में ADAS (जैसे ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग या लेन असिस्ट) को बहुत जोर दिया जाता है, जो इस मॉडल में नहीं थे.इससे पहले जब बलेनो के 2 एयरबैग वाले मॉडल का टेस्ट हुआ था, तब उसे केवल 1 स्टार मिला था. अपडेटेड मॉडल (6 एयरबैग) के साथ यह सुधरकर 2 स्टार हुआ है.
भारत के लिए इसका क्या मतलब है?
यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह टेस्ट लैटिन अमेरिकी बाजार के लिए भेजी जाने वाली कार का था. दिलचस्प बात यह है कि Bharat NCAP में बलेनो को 4-स्टार रेटिंग मिल चुकी है. इसका मतलब है कि अलग-अलग देशों के टेस्ट करने के नियम और स्कोरिंग के तरीके अलग होते हैं.














