Car Loan Tips: 5 मजेदार टिप्स जो आपकी कार की EMI कर देंगे कम

Car Loan Tips: अपनी सेविंग से ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट करें. डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, लोन की राशि उतनी ही कम होगी, और बैंक का भरोसा आप पर उतना ही बढ़ेगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Car Loan Tips: अपनी नई चमचमाती कार की चाबी हाथ में लेना एक शानदार एहसास होता है, लेकिन अक्सर हम जल्दबाजी में कार लोन की चाबी ऐसी मोड़ देते हैं कि बाद में जेब पर भारी पड़ जाती है. कार खरीदना एक बड़ा फैसला है और लोन लेना उससे भी बड़ा कमिटमेंट है. इस खबर में आपको 5 जरूरी बातें बताएंगे, जिन्हें आपको लोन एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले ध्यान में रखना चाहिए, ताकि आपकी राइड खुशियों भरी हो न कि ईएमआई के बोझ वाली.

अपना क्रेडिट स्कोर

कार लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करें. क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज्यादा होना आपके लिए किसी सुपरपावर से कम नहीं है. यह स्कोर बैंक को बताता है कि आप एक भरोसेमंद इंसान हैं. बैंक ऐसे लोगों को देखते ही कम ब्याज दर और बेहतर डील देने के लिए तैयार हो जाते हैं.

सिर्फ ब्याज दर ना चेक करें

लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें. कई बार बैंक कम ब्याज दर का लालच देते हैं, लेकिन प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट पेनल्टी या लोन बंद करने की फीस (प्री-क्लोजर चार्ज) बहुत ज्यादा रखते हैं. इसलिए सिर्फ ब्याज दर न देखें, बल्कि लोन की टोटल कॉस्ट देखें. सभी तरह के छिपे हुए चार्जेस को जोड़कर ही फैसला लें.

अवधि सोच समझकर चुनें

लोन चुकाने की अवधि सोच-समझकर चुनें. लंबी अवधि (जैसे 7 साल) में आपकी मासिक EMI जरूर कम हो जाएगी, लेकिन आपको कुल मिलाकर कहीं ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा. यह ऐसा है जैसे आप कार को दो बार खरीद रहे हों. इसलिए अपनी बजट के अनुसार, हमेशा छोटी अवधि का लोन लेने की कोशिश करें, भले ही EMI थोड़ी ज्यादा हो. इससे आप जल्दी कर्ज मुक्त होंगे और ब्याज के हजारों रुपए बचा लेंगे.

कार के टोटल खर्च का हिसाब

कार की ऑन-रोड कीमत के अलावा, पूरे खर्च का हिसाब लगाएं. कार की कीमत तो बस शुरुआत है. पेट्रोल/डीजल का खर्च, इंश्योरेंस, और हर साल होने वाला मेंटेनेंस का खर्च भी आपकी जेब से ही जाएगा. लोन की EMI के साथ-साथ इन खर्चों को भी अपने मासिक बजट में शामिल करें, ताकि बाद में कोई झटका न लगे.

डाउन पेमेंट को हल्के में न लें

अपनी सेविंग से ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट करें. डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, लोन की राशि उतनी ही कम होगी, और बैंक का भरोसा आप पर उतना ही बढ़ेगा. बड़ा डाउन पेमेंट आपको न सिर्फ कम EMI देता है, बल्कि आप ब्याज दरों पर मोलभाव भी कर पाएंगे.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Asaduddin Owaisi | 'कौन से धर्म में लिखा है की मैं'वक्फ पर क्यों भड़के Owaisi? Bihar Election