
Jupiter retrograde effects on 12 zodiac signs: देवगुरु बृहस्पति इस महीने 11 नवंबर 2025 से अपनी उच्च राशि कर्क में वक्री चाल चलने वाले हैं. हर ग्रह एक निश्चित अवधि में राशि और नक्षत्र परिवर्तन करते हैं. इस दौरान उनकी अस्त और उदय होते हैं और उनकी चाल भी बदलती है. इस क्रम में गुरु 11 नवंबर से वक्री चाल चलेंगे. गुरु की हर चाल का जातकों पर खास प्रभाव देखने को मिलता है. ऐसे में गुरु की वक्री चाल का भी प्रभाव देखने को मिलेगा.
गुरु के वक्री गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलता है. चूंकि गुरु अभी अपनी उच्च राशि में वक्री चाल चलने वाले हैं. ऐसे में इसका कुछ राशियों पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा. हालांकि, सभी राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है.
120 दिनों तक गुरु रहेंगे वक्री
देवगुरु बृहस्पति 11 नवंबर 2025 को वक्री हो रहे हैं. वे मंगलवार की रात 10.11 बजे वक्री हो रहे हैं. करीब 120 दिनों तक वक्री स्थिति में रहने के बाद वे 11 मार्च 2026 यानी बुधवार की सुबह 08.58 बजे बृहस्पति मार्गी हो जाएंगे. कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं. गुरु और चंद्रमा का यह संयोग विभिन्न राशि वाले जातकों के लिए शुभ साबित होगा.
वक्री गुरु के सकारात्मक प्रभाव
- चूंकि गुरु अपनी उच्च की राशि कर्क में वक्री हो रहे हैं, ऐसे में कुछ राशियों खासकर वृषभ, कन्या और मकर को अच्छे परिणाम मिलेंगे.
- इस दौरान नए दोस्त मिल सकते हैं और दोस्तों का सहयोग भी मिल सकता है.
- नौकरीपेशा लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. कोई नया मौका मिल सकता है.
- सिंगल लोगों को कोई पार्टनर मिल सकता है.
- गुरु के प्रभाव से आपकी ज्ञान क्षमता में वृद्धि होगी, जिसका प्रभाव आपकी निर्णय क्षमता पर देखने को मिलेगा.
- पारिवारिक स्थिति बेहतर होगी और रिश्ते मजबूत बनेंगे.
- गुरु की इस चाल का प्रभाव आपके कार्यों पर देखने को मिलेगा. आपके लंबित कार्य भी पूरे हो सकते हैं.
वक्री गुरु के नकारात्मक प्रभाव
- गुरु की वक्री चाल का प्रभाव आपका सेहत पर देखने को मिलेगा. ग्रह के कमजोर होने की स्थिति में आपको ब्लड प्रेशर आदि समस्या हो सकती है.
- सेहत से जुड़े मामलों पर खर्च हो सकता है.
- इस दौरान आपको किसी मामले को लेकर निर्णय लेने में भी समस्या हो सकती है.
- कुछ मामलों में विलंब का सामना करना पड़ सकता है.
- पैतृक संपत्ति से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
गुरु के उपाय
- गुरु की वक्री स्थिति में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए गुरु के मंत्र का जाम करना आपके लिए बेहतर रहेगा.
- गुरुवार का व्रत रखने से भी आपको लाभ होगा.
- भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)