राशि

जून 21-जुलाई 22

व्यक्तित्व

राशि आपके व्यक्तित्व का आईना है। इसके जरिए किसी व्यक्ति के गुण, दोष, स्वभाव, विशेषताएं, लकी रंग, लकी दिन सहित अन्य बातों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। कर्क राशि (Cancer) राशि चक्र की चौथी राशि है। भारतीय ज्योतिष में चंद्रमा से राशियों का निर्धारण होता है जबकि पश्चिमी ज्योतिष में इसका निर्धारण सू्र्य की स्थिति से होता है। माय पंडित के सीईओ कल्पेश शाह बता रहे है कर्क राशि (Kark rashi) की विशेषताएं और उससे जुड़े लोगों के स्वभाव के बारे में-

कर्क राशि वाले लोगों का मजबूत पक्ष

कर्क राशि के लोग मधुर स्वभाव के होते हैं। ये अपने करीबियों को बहुत प्यार करते हैं और उनकी खुशी के लिए कुछ भी कर जाते हैं। अपने संवेदनशील स्वभाव की वजह से कर्क जातक बहुत जल्दी दु:खी हो जाते हैं। उन्हें कुछ भी अप्रिय सुनना या करना पसंद नहीं आता है। इसीलिए वे अक्सर शांति की खोज में रहते हैं। कर्क राशि के जातकों को अपनी निजता या पर्सनल स्पेस बहुत प्यारी होती है। हालाँकि कर्क राशि के जातक बहुत केयरिंग होते हैं और अपने खास लोगों का बहुत ख्याल भी रखते हैं। कई बार ये जातक अपने जल तत्व की तरह ही शांत स्वभाव के होते हैं।

कर्क राशि वालों की खास बातें

अनुकूलता - वृश्चिक, मीन, वृषभ, कन्या

असंगतता - मेष, तुला, कुंभ, धनु

लकी रंग - दूधिया

लकी दिन - सोमवार

लकी रत्न - मोती (पर्ल)

लकी नंबर - 7, 16, 25, 34, 43, 52

खासियत

राशिचक्र में कर्क चौथे नंबर की राशि है। कर्क राशि (kark rashi) के जातक बहुत रिस्पोंसिबल होते हैं। इनका राशि चिह्न केकड़ा है। केकड़ा अपने घर या अपनी जगह से बहुत लगाव रखता है। अपने राशि चिन्ह की तरह ही कर्क जातक अपने घर-परिवार से एक खास रिश्ता साझा करते हैं। कर्क राशि (cancer) के जातक घर को ही अपना कंफर्ट ज़ोन मानते हैं। यह स्वभाव से रिज़र्व होते है और बहुत कम लोगों से घुलना-मिलना पसंद करते है। यह जातक थोड़े रहस्य्मयी भी होते हैं, इसीलिए यदि कोई अपने भेद इन्हें बताएगा तो इस बात की बहुत कम संभावना है कि ये किसी और से उस बात को साझा करेंगे। जल तत्व की राशि होने के कारण कर्क राशि के जातक पानी की तरह ही निर्मल और आसानी से किसी भी माहौल में ढलने वाले होते हैं। कभी कभी ये बहुत भावुक भी हो जाते हैं इसीलिए अक्सर लोग इनके भोलेपन का फायदा उठाते हैं। लेकिन यदि कोई इनके साथ गलत करें तो कर्क राशि के जातक उसे आसानी से क्षमा भी नहीं करते हैं।

कमजोरी

कर्क राशि (kark rashi) के जातक बहुत संवेदनशील होते हैं। किसी की भी कड़वी बात से इनके दिल को बहुत जल्दी ठेस पहुँचती है। किसी का ख़राब व्यवहार इनपर बहुत गहरा असर छोड़ सकता है। इसीलिए इन्हें कई बार डिप्रेशन से भी जूझना पड़ता है। इनके मूडी स्वभाव की वजह से कई बार ये छोटी-छोटी बातों का भी बतंगड़ बना देते हैं। कई बार ये अपने ही विचारों में उलझ जाते हैं। कर्क राशि के जातक ओवरथिंकर होते हैं, इसीलिए पुरानी बातों को याद करके आगे आने वाले अवसरों का मजा नहीं ले पाते।

स्वामी ग्रह

कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। इनके मन और भावनाओं को गहराई से प्रभावित करता हैं। जिस तरह चंद्रमा पानी की सतह को प्रभावित करता है उसी तरह जल राशि होने के कारण कर्क राशि भी चंद्रमा के प्रभाव में रहती है। ये जातक चन्द्रमा की तरह सौम्य और रहस्यमयी है। चन्द्रमा का संबंध माता से होता है, इसीलिए यह जातक अपनी माता से बहुत जुड़े हुए होते हैं

स्वास्थ्य

कर्क राशि के जातक का पाचन कमजोर होता है, इसीलिए अल्सर, पित्ताशय में समस्या, पेट दर्द और मितली का खतरा इन्हें सामान्य तौर पर बना रहता है। इसके अलावा ये जातक अक्सर खांसी, आँखों और दांतों की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। इन्हें कभी कभी अचानक से बढ़ा मोटापा भी तंग कर सकता हैं।

करियर

कर्क राशि के जातक कल्पनाशील होते हैं, और विभिन्न विषयों को सीखने की क्षमता रखते हैं। ये बेहतरीन कलाकार, लेखक, संगीतकार और मनोविज्ञानी बन सकते हैं। ये मानव संसाधन के क्षेत्र जैसे कानून, नर्सिंग, शिक्षण आदि को भी चुन सकते हैं। वे फाइनेंशियल स्टेबिलिटी पाने के बारे में ज्यादा सोचते हैं।

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