राशि
व्यक्तित्व
राशि आपके व्यक्तित्व का आईना है। इसके जरिए किसी व्यक्ति के गुण, दोष, स्वभाव, विशेषताएं, लकी रंग, लकी दिन सहित अन्य बातों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। कुंभ राशि (Aquarius) राशि चक्र की चौथी राशि है। भारतीय ज्योतिष में चंद्रमा से राशियों का निर्धारण होता है जबकि पश्चिमी ज्योतिष में इसका निर्धारण सू्र्य की स्थिति से होता है। माय पंडित के सीईओ कल्पेश शाह बता रहे है कुंभ राशि (Kumbh rashi) की विशेषताएं और उससे जुड़े लोगों के स्वभाव के बारे में-
कुम्भ राशि वाले लोगों का मजबूत पक्ष
कुंभ राशि के जातक दृढ़निश्चयी होते हैं, और अपने दम पर दुनिया को बदलने की इच्छा रखते हैं। इनमें शक्ति और सत्ता की आकांक्षा भी होती है। कुंभ राशि के जातक बहुत आत्मीय होने के साथ ही बुद्धिमान भी होते हैं और अपने कम ही लोगों को अपना खास मानते हैं। ये शांति में रहना पसंद करते हैं और अपने खास लोगों के बीच ही आनंद पाते हैं। कुंभ जातक बहुत अच्छे वक्ता होते है और अपनी बातों से किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं। ये भाषा पर अच्छी पकड़ रखते हैं। कुंभ जातकों का सेन्स ऑफ़ ह्यूमर अच्छा होता है और हर विषय में रूचि रखने की वजह से ये जल्दी ही किसी भी माहौल का अपना लेते हैं।
कुम्भ राशि वालों की खास बातें
अनुकूलता - मिथुन, तुला, धनु, मेष
असंगतता - कर्क, सिंह व वृश्चिक राशि
लकी रंग - काला, नीला, जामुनी, ग्रे
लकी दिन - रविवार, शनिवार
लकी रत्न - नीलम
लकी नंबर - 2,3,7,9, 11
खासियत
कुंभ राशिचक्र में ग्यारहवें नंबर की राशि है। इसका राशिचिन्ह एक भरा हुआ कलश अर्थात कुंभ है। इस राशि के जातक अपने राशिचिन्ह की तरह ही कई गुणों को खुद में समय होते हैं। कुंभ वायु तत्व की रही कहलाती है। जिस तरह हवा पाने प्रवाह से बहुत कुछ बदल सकती है, उसी तरह कुंभ जातक परंपरागत चीजों को पसंद नहीं करते। वे हर चीज को अपने हिसाब से बदलने की चाह रखते हैं। कुंभ जातकों का मन उदार और मानवीय भावनाएं से भरा हुआ होता है, इसीलिए ये हमेशा दूसरों के कल्याण के बारे में ज्यादा सोचते हैं और बहुत विनम्र होते हैं।
कमजोरी
कुंभ राशि (kumbh rashi) के जातक कई बार लापरवाह हो जाते हैं और ये आसानी से ऊब जाते हैं। ये जातक अत्यंत संवेदनशील होते हैं फिर भी कई बार अपनी ही भावनाओं की कद्र नहीं करते हैं। कुंभ जातक कभी दिखावा करने से भी नहीं घबराते और इसीलिए ऊपरी मन से रिश्ते तो निभा लेते हैं, लेकिन इनके अंदर अलगाव की भावना भी रहती है। कुंभ राशि के जातक जिद्दी और उदासीन भी होते हैं, ऐसे में ये अपनों से दूर हो जाते हैं। ये किसी के गहरे दोस्त भी कम बन पाते हैं। कुंभ जातक अक्सर खुद में ही खोए रहते हैं इसीलिए कई जरूरी बातें समय पर करना भूल जाते हैं।
स्वामी ग्रह
कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि है। शनि के प्रभाव से ये जातक अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ भी समझौता नहीं करते और अपने मन की बात को साफ न सीधे शब्दों में कहना पसंद करते हैं। शनि न्याय के देवता है, इसलिए कुंभ राशि के जातक हमेशा न्यायप्रिय होते हैं और इस राशि के जातकों में अन्याय के खिलाफ लड़ने की क्षमता भी अधिक होती है।
स्वास्थ्य
कुंभ राशि के जातकों के लिए मामूली गिरावट या दुर्घटना भी फ्रैक्चर का कारण बन सकती है। उनके शरीर के अंग जैसे- तंत्रिका तंत्र, हृदय, रीढ़ की हड्डी, गले और मूत्राशय भी स्वास्थ्य के मामले में चिंता का कारण बन सकते हैं। कुंभ जातकों को किसी भी तरह के व्यसन से बहुत सावधान रहना चाहिए। वे नसों के दर्द, अनिद्रा, बेचैनी और चिंता आदि के शिकार होते हैं, जिससे उन्हें मस्तिष्क संबंधी विकार हो सकते हैं।
करियर
कुंभ राशि के जातक हमेशा नए-नए विषयों में रूचि लेते हैं, इसीलिए किसी एक नौकरी में बहुत लम्बे समय तक काम नहीं कर सकते। ये किसी भी नए क्षेत्र में काम करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। आधुनिक, विज्ञान व प्रौद्योगिकी से जुड़े कामों में इनकी दिलचस्पी होती है। यदि इन्हें उचित स्वतंत्रता मिले तो यह बेहतर प्रदर्शन करेंगे। कुंभ राशि के के जातकों के लिए विज्ञान, समाजशास्त्र, जीव विज्ञान, ज्योतिष, इंजीनियरिंग और राजनीति उचित क्षेत्र होंगे।
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कुम्भ अनुकूलता
देखें कि सिंह राशि अन्य राशियों के लोगों के साथ किस तरह के समीकरण साझा करते हैं।