सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी की गिनती जम्मू-कश्मीर के बड़े नेताओं में की जाती है.जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद हो रहे पहले चुनाव में वो श्रीनगर की चन्नापोरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं.अल्ताफ बुखारी ने 2020 में जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के नाम से अपना राजनीतिक दल बनाया था.इससे पहले वो जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य थे.साल 2014 का चुनाव उन्होंने अमीरा कादल विधानसभा क्षेत्र से जीता था.
बुखारी बीजेपी और पीडीपी की सरकार में शिक्षा विभाग के मंत्री थे. बाद में उन्हें वित्त, श्रम और सेवायोजन विभाग का जिम्मा भी सौंप दिया गया था.बुखारी ने सोपोर को सरकारी कृषि महाविद्यालय से कृषि विज्ञान में स्नातक डिग्री ली है.उनके पिता सैयद मोहम्मद इकबाल बुखारी एक मशहूर व्यवसायी और एफआईएल इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे.
नामांकन के समय जमा कराए गए हलफनामे में बुखारी ने अपने पास चार करोड़ 30 लाख से अधिक की चल संपत्ति की जानकारी दी है. उनके पास 51 करोड़ 27 लाख रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है. बुखारी पर कोई भी आपराधिक मामला नहीं चल रहा है और न ही किसी मामले में उन्हें सजा हुई है.