कन्हैया कुमार ने कहा कि हमें आशावादी होने की जरूरत है. समस्या के निदान के प्रति आशावादी होना जरूरी है. बिहार के युवा जाति से ऊपर उठकर रोजगार की बात करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मौका मिलेगा तो बिहार का दशरथ मांझी बनने की पूरी कोशिश करूंगा. साथ ही साथ कन्हैया ने कहा कि सरकार ओपिनियन पोल से नहीं बनती है.