13 जुलाई 2025 को कश्मीर में 'यौम-ए-शुहादा-ए-हक' का आयोजन किया गया, जिसमें उन असली शहीदों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपनी जान दी। यह आयोजन जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के असली पीड़ितों को सामने लाता है, जिन्हें अक्सर पाकिस्तान समर्थित प्रचार द्वारा दबाया जाता है