लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा संकट प्रवासी मजदूरों के सामने आया है. उन्हें खाने की दिक्कत हुई और परिवारों से दूर हुए और पैसे भी खत्म होने लगे. इनमें से कुछ मजदूर अपने राज्य सरकारों की पहल से घर लौटने लगे हैं. ऐसे में थोड़ी ही सही लेकिन मुस्कुराहट लौटने लगी है.