दिल्ली रोज़ बसती है. पहले यहां पंजाब से लोग आए, फिर तमिलनाडु से और फिर बिहार और उत्तराखंड से. इन प्रदेश के लोगों ने दिल्ली में अपने लिए खूब जगह बनाई है. एक प्रदेश ऐसा है जो धीरे धीरे अपनी मेहनत से उभर रहा है. आप दक्षिण दिल्ली के कोटला मुबारक पुर जाएंगे तो वहां उड़ीसा के लोग काफी मिलेंगे. बल्कि कोटला मुबारक के पीछे खूबसरूत जगन्नाथ मंदिर है और वहां शानदार जगन्नाथ यात्रा निकलती है. मुझे लगता है कि दिल्ली के स्तर कामयाबी के किस्से अब उड़ीसा के मेहनती लोगों से आने वाले हैं. सुशील महापात्रा हमारे सहयोगी हैं और उड़ीसा से हैं. पिछले दिनों इंडिया गेट पर उन्हें ओडिशा दिखा तो वे खुद को रोक नहीं पाए. छुट्टी के दिन चले गए रिकार्डिंग करने. तो फिर मैं कौन होता हूं प्राइम टाइम में ओडिशा को आने से. आप भी देखिए.