मध्यप्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के एक के बाद एक तस्वीर सामने आ रही है. शनिवार को सतना में मोबाइल टॉर्च और मोमबत्ती की रौशनी में कथित तौर पर 35 महिलाओं की नसबंदी का मामला सामने आया और रविवार को छतरपुर में ऑपरेशन के बाद मरीज़ों को फ़र्श पर लिटाने का आरोप लगा है. विदिशा में नसबंदी के ऑपरेशन के बाद 41 महिलाओं को फर्श पर लिटाने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ी कार्रवाई की बात तो कही, लेकिन ये तेवर सतना में ढीले पड़े जहां बिरसिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 35 महिलाओं की नसबंदी टॉर्च की रोशनी में की गई. परिजनों का आरोप है उन्हें सुबह 9 बजे बुलवा लिया गया, लेकिन डॉक्टर शाम 5:00 बजे के बाद अस्पताल पहुंचे. ऑपरेशन के बाद उन्हें भी ना तो बिस्तर मिला ना कंबल.