बड़ा सवाल यह है कि कर्नाटक चुनाव के बाद जो नई विपक्ष की एकजुटता दिखाई दे रही है क्या ये आगे टिक पाएगी. आज के प्रोग्राम का पहला प्वाइंट यह है कि क्या कर्नाटक की राजनीति से पैदा हुई विपक्ष की एकता बनी रहेगी? दूसरा प्वाइंट यह है कि क्या विपक्ष राहुल गांधी को अपना नेता मानेगा? तीसरा प्वाइंट यह है कि क्या तमाम विपक्षी चेहरों में से एक चेहरा मोदी को चुनौती देने के लिए निकलेगा? चौथा प्वाइंट यह है कि क्या 2019 के लिए मोदी का भय इतना बड़ा है कि पूरा विपक्ष उनसे लड़ने के लिए एकजुट हो गया? इस प्रोग्राम का आखिरी प्वाइंट है कि नए मोर्चे बनाने की पहले भी नाकाम कोशिशें हो चुकी है,क्या ये कोशिश अलग होगी. इन्ही सब बिन्दुओं पर मुकाबला के इस खास एपिसोड में हमारे मेहमानों से चर्चा होगी. तो देखिए मुकाबला का यह खास एपिसोड अभिज्ञान प्रकाश के साथ.