चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह यूपी को मथने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले लोक सभा चुनाव में उन्हीं के प्रभार में बीजेपी प्लस ने राज्य की 80 में से 73 सीटें जीती थीं और बीजेपी को कें में अपने बूते बहुमत हासिल करने में कामयाबी मिली थी. विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी ने अपने प्रदर्शन को दोहराया. लेकिन इस बार चुनौती बड़ी है. पिछले दो चुनावों बीजेपी को विपक्ष के वोटों में बिखराव का फायदा मिला. पर अब सपा बसपा एक हो गए हैं. कांग्रेस अलग लड़ कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में है पर उसका बीजेपी को फायदा होगा या नुकसान अभी यह पता नहीं. सपा बसपा एक होने से बीजेपी एक के बाद एक लोक सभा और विधानसभा उपचुनावों में हारी है. राज्य और कें दोनों जगहों में सत्ता होने के कारण सत्ता विरोधी लहर का भी बीजेपी को नुकसान हो सकता है.