मुंबई के थाने में पुलिस की लापरवाही को देखकर अभिनेत्री और मी टू पीड़िता शर्लिन चोपड़ा भावुक हो गईं और मुंबई पुलिस के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया. 29 अक्टूबर को शर्लिन अपना बयान दर्ज कराने थाने पर पहुंची थीं, लेकिन वहां कोई महिला पुलिस नहीं थी. इसके बाद बिना बयान दर्ज कराये थाने से जाने से शर्लिन ने मना कर दिया.