कोलाकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने 9 सीटों के लिए प्रचार 20 घंटे पहले रोक दिया. झगड़ा बीजेपी और तृणमूल के बीच हुआ था लेकिन सज़ा कांग्रेस को भी मिली, सीपीएम को भी मिली और उन निर्दलीय उम्मीदवारों को भी मिली जिनका इस घटना से कोई लेना देना नहीं था. आखिर चुनाव आयोग ने सभी का प्रचार 20 घंटे पहले क्यों रोका. बंगाल को लेकर बीजेपी भी चुनाव आयोग पर आरोप लगा रही है. बीजेपी का कहना है कि बंगाल के मामले में चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है. बीजेपी को बताना चाहिए और चुनाव आयोग को भी कि उसकी सभाओं में धार्मिक नारे लगाने की अनुमति किसने दी. जय श्री राम का नारा क्या धार्मिक नारा नहीं था.