13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में फिर से सेंध लगाने की कोशिश हुई. 2 युवक विजिटर्स पास लेकर लोकसभा की कार्यवाही देखने आए. वो विजिटर्स गैलरी में बैठे थे. उस समय सदन में जीरो आवर (शून्य काल) चल रहा था. इसी बीच दोनों गैलरी से सांसदों की बेंच पर कूद गए. फिर सदन में उत्पात मचाया और कलर स्मोक स्प्रे किया. लेकिन अब सवाल है कि संसद की सुरक्षा में चूक पर सियासत क्यों हो रही है?