मोदी सरकार के लिए तेल की कीमतों का सिरदर्द अभी दूर नहीं हो पा रहा. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद भारत में पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ रहे हैं. चार अक्तूबर को सरकार ने अपनी ओर से ढाई रुपए प्रति लीटर राहत दी थी. इसमें केंद्र सरकार की ओर से डेढ़ रुपए की एक्साइज ड्यूटी में कमी और तेल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से एक रुपए की राहत दी गई थी. कई बीजेपी शासित राज्यों ने भी ढाई रुपए प्रति लीटर की राहत लोगों को दी थी. यानी पांच रुपए प्रति लीटर पेट्रोल और इतना ही डीज़ल सस्ता हुआ था. लेकिन विपक्ष के शासन वाले राज्यों में लोगों को अब भी ढाई रुपए की राहत का इंतजार है.