क्या बेहतर नहीं होता कि सरकार सरोगेट मां बनने वाली महिलाओं के अधिकार को ठीक से स्पष्ट करती. अच्छे खासे पढ़े लिखों को मेडिकल और कानूनी शब्दावली समझ नहीं आती है. ये चाहे परिवार वाली हो या बाहर वाली हो या फिर वाला ही क्यों न हो. इसका कोई ठोस उपाय होता तो बेहतर रहता.