विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक के अनावरण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है. विपक्षी दलों का कहना है कि इस कार्यक्रम में विपक्ष नेताओं को भी आमंत्रित करना चाहिए था. ये संविधान का उल्लंघन है जो कार्यपालिका और विधायिका के बीच अधिकारों का विभाजन करता है.