Kiren Rijiju On Opposition: विशेष पदों पर बैठे व्यक्तियों को माननीय कहने का रिवाज है. आप जिसे माननीय कहते हैं, वो आम लोगों से ऊपर होता है. यानी उसकी जिम्मेदारी खास होती है. उसके अधिकार भी खास होते हैं. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि उसका आचरण भी खास होगा. लेकिन जब संसद की कार्यवाही चलती है, तब अक्सर जनता के चुने माननीय प्रतिनिधि कुछ ऐसा बोल जाते हैं. जो चर्चा में आ जाता है. इसीलिए हम ये सवाल कर रहे हैं कि हमारे माननीय मानते क्यों नहीं ?