भोपाल से BJP की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उनके श्राप के कारण मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमले में ATS प्रमुख हेमंत करकरे मारे गए. उन्हें देशद्रोही और धर्म विरोधी तक बता दिया. चौतरफा आलोचना होने लगी तो BJP ने कहा कि वो हेमंत करकरे को शहीद मानती है और ये प्रज्ञा ठाकुर का निजी बयान है. लेकिन वो BJP जिसके सबसे शीर्षस्थ नेता चुनावों में सेना और शहीदों के लगातार ज़िक्र से पीछे नहीं हट रही, प्रज्ञा ठाकुर के बयान को निजी बता कर पल्ला क्यों झाड़ रही है? प्रज्ञा टाकुर पर कोई कार्यवाई क्यों नहीं कर रही?